अब आप जल्द ही रोज सुन सकेंगे मंगल के मौसम का हाल, इसके लिए नासा है तैयार

आने वाले दिनों में आपको अपने शहर राज्य और देश ही नहीं बल्कि मंगल ग्रह के मौसम का हाल भी सुनने को मिल सकता है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 21 Feb 2019 10:17 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 12:34 AM (IST)
अब आप जल्द ही रोज सुन सकेंगे मंगल के मौसम का हाल, इसके लिए नासा है तैयार
अब आप जल्द ही रोज सुन सकेंगे मंगल के मौसम का हाल, इसके लिए नासा है तैयार

वाशिंगटन, प्रेट्र। आने वाले दिनों में आपको अपने शहर, राज्य और देश ही नहीं बल्कि मंगल ग्रह के मौसम का हाल भी सुनने को मिल सकता है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने इनसाइट लैंडर के जरिये मंगल के मौसम का हाल सुनाने की तैयारी की है। मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इनसाइट पिछले साल नवंबर में मंगल पर उतरा था।

इनसाइट लैंडर के जरिये नासा को मिल रहा है मंगल के मौसम का अहम डाटा

इनसाइट के साथ गए ऑक्जिलियरी पेलोड सबसिस्टम (एपीएसएस) पर काम करने वाले वैज्ञानिक डॉन बैनफील्ड ने कहा, 'इनसाइट लैंडर मंगल की भूमध्य रेखा के नजदीक है। यह उससे ठीक उत्तर में है। इसलिए यह वहां चल रहे सर्दी के मौसम का अनुभव करने में सक्षम है।'

एपीएसएस यान पर लगा हुआ मौसम सेंसर है, जो वहां होने वाले भूकंप का पता लगाने में भी सहायक होगा। बैनफील्ड ने बताया, 'एपीएसएस हमें मंगल पर होने वाले कंपन के बारे में जानकारी देगा। इस बीच लगातार काम करते हुए यह वहां के मौसम की विस्तृत जानकारी देने में भी सक्षम है।'

विशेषज्ञों के अनुसार, मंगल के उत्तरी गोलार्ध पर इस समय सर्दियों का तूफानी मौसम चल रहा है। यहां सबसे कम तापमान शून्य से 59 डिग्री सेल्सियस नीचे और सबसे ज्यादा तापमान शून्य से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया है।

अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों ने मंगल पर रेतीले भंवर होने की बात भी पाई है। बैनफील्ड ने बताया, 'धरती पर रेगिस्तानी इलाकों में रेतीले भंवर करीब 15 मीटर के घेरे में अधिकतम एक किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचते हैं। मंगल पर इनकी ऊंचाई 10 किलोमीटर तक चली जाती है। इनका घेरा 100 मीटर या उससे भी ज्यादा हो सकता है।'

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