वाशिंगटन के साथ वार्ता को इच्‍छुक नहीं प्‍योंगयांग, ए‍क और शिखर सम्‍मेलन की अटकलों पर लगा विराम

उत्‍तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के तनावपूर्ण संबंधों में कमी के बाद यह बहश शुरू हो गई थी कि वाशिंगटन और प्‍योंगयांग के बीच एक शिखर सम्‍मेलन और होना चाहिए।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 07:29 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 08:07 AM (IST)
वाशिंगटन के साथ वार्ता को इच्‍छुक नहीं प्‍योंगयांग, ए‍क और शिखर सम्‍मेलन की अटकलों पर लगा विराम
वाशिंगटन के साथ वार्ता को इच्‍छुक नहीं प्‍योंगयांग, ए‍क और शिखर सम्‍मेलन की अटकलों पर लगा विराम

प्‍योंगयांग, एजेंसी। उत्‍तर कोरिया ने वाशिंगटन और प्‍योंगयांग के बीच एक अन्‍य शिखर सम्‍मेलन की अटकलों को खारिज कर दिया है। उत्‍तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्‍योंगयांग का वाशिंगटन के साथ बातचीत का कोई इरादा नहीं है। उत्‍तर कोरिया ने कहा कि वह अमेरिका से किसी अन्‍य शिखर सम्‍मेलन के लिए इच्‍छुक नहीं है। उत्‍तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के तनावपूर्ण संबंधों में कमी के बाद यह बहश शुरू हो गई थी कि वाशिंगटन और प्‍योंगयांग के बीच एक शिखर सम्‍मेलन और होना चाहिए।

दक्षिण कोरयिाई नेता मून जे इन ने व्‍यक्त की थी यह इच्‍छा 

उत्‍तर कोरिया का यह बयान ऐसे समय आया है, जब दक्षिण कोरयिाई नेता मून जे इन ने यह इच्‍छा व्‍यक्त की थी अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के पूर्व वाशिंगटन और प्‍योंगयांग के बीच एक अन्‍य शिखर सम्‍मेलन जरूरी है। उत्‍तर कोरिया के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्‍टीफन बेजगन भी 7 से 9 जुलाई के बीच दक्षिण कोरिया जाने की उम्‍मीद है। इसके बाद यह बहस तेज हो गई कि प्‍योंगयांग और वाशिंगटन के बीच एक और शिखर सम्‍मेलन जरूरी है। 

असफल रहे दो शिखर सम्‍मेलन -

1- सिंगापुर में एतिहासिक शिखर सम्‍मेलन

जून, 2018 में अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उत्‍तर कोरियाई नेता किम के बीच सिंगापुर में एतिहासिक शिखर सम्‍मेलन संपन्‍न हुआ था। अमेरिका-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच दशकों के तनाव और शत्रुता को पीछे छोड़ने वाली तथा एक नए भविष्य की राह खोलने वाली एक अत्यंत महत्वपूर्ण घटना थी। राष्ट्रपति ट्रंप इस यात्रा को लेकर काफी उत्‍साहित थे। ट्रंप ने नए अमेरिका-उत्तर कोरिया रिश्तों की स्थापना तथा कोरियाई प्रायद्वीप में एक टिकाऊ और मजबूत शांति व्यवस्था के निर्माण के लिए जरूरी बताया था। उत्तर कोरिया को सुरक्षा गारंटी देने की प्रतिबद्धता जताई थी। किम जोंग उन ने कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के प्रति अपनी दृढ़ और अटल प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी। इस यात्रा को बढ़चढ़ कर पेश किया गया था। 

2- हनोई शिखर वार्ता बेनतीजा रही थी

फरवरी, 2019 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच की हनोई शिखर वार्ता बेनतीजा रही थी। ट्रंप ने कहा है कि दोनों के रिश्तों में गर्मजोशी बरकरार है लेकिन तीसरी शिखर वार्ता का प्रस्ताव नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम के बीच परमाणु शिखर वार्ता बिना किसी समझौते के अचानक समाप्त हो गई थी। उस वक्‍त दोनों नेता संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करने में असफल रहे थे। बैठक समाप्त होने के बाद ट्रंप ने कहा कि उन्होंने प्रतिबंध हटाए जाने की किम की मांगों को देखते हुए वहां से जाने का फैसला किया। हालांकि, उस वक्‍त ट्रंप ने जोर देकर कहा था कि वह आशावादी हैं कि हमने जो शिखर सम्मेलन से पहले और उसके दौरान जो प्रगति की, उससे वे भविष्य में बहुत अच्छा परिणाम पाने की स्थिति में हैं। ट्रंप ने उम्मीद जताई थी कि किम अपनी बातों पर कायम रहेंगे।

chat bot
आपका साथी