काटसा में छूट पर फिलहाल नहीं लिया कोई निर्णय, भारत के साथ बातचीत जारी रखेगा अमेरिका

विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भारत के लिए मंजूरी में छूट के सवाल पर कहा हमने अपने सभी सहयोगियों और अपने सभी भागीदारों से रूस के साथ लेन-देन करने का आग्रह किया है जो सीएएटीएसए के तहत प्रतिबंधों को ट्रिगर करने का जोखिम उठा सकता है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 10:07 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 10:07 AM (IST)
काटसा में छूट पर फिलहाल नहीं लिया कोई निर्णय, भारत के साथ बातचीत जारी रखेगा अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि वाशिंगटन रूस के साथ हथियारों के लेनदेन पर नई दिल्ली के साथ बातचीत जारी रखेगा

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि उसने भारत की एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की खरीद के लिए काटसा (CAATSA) प्रतिबंधों पर संभावित छूट पर कोई निर्णय नहीं लिया है। अमेरिका ने कहा है कि वाशिंगटन रूस के साथ हथियारों के लेनदेन पर नई दिल्ली के साथ बातचीत जारी रखेगा।

विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भारत के लिए मंजूरी में छूट के सवाल पर कहा, 'हमने अपने सभी सहयोगियों और अपने सभी भागीदारों से रूस के साथ लेन-देन करने का आग्रह किया है, जो सीएएटीएसए के तहत प्रतिबंधों को ट्रिगर करने का जोखिम उठा सकता है।'

उन्होंने कहा, 'हमने रूस के साथ भारतीय हथियारों के लेन-देन के संबंध में संभावित छूट पर कोई निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, सीएएटीएसए में देश-विशिष्ट छूट का प्रावधान नहीं है।' अमेरिका की तरफ से यह बयान ऐसे समय में आया है जब मोदी सरकार द्वारा 5 अरब अमरीकी डालर से अधिक के समझौते के तहत रूस ने भारत को S400 ट्रायम्फ सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की डिलीवरी शुरू कर दी है।

इस संबंध में नेड प्राइस ने कहा, 'हाल के वर्षों में भारत के साथ अमेरिकी रक्षा संबंधों का विस्तार और गहरा हुआ है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे रक्षा संबंधों में यह मजबूत गति जारी रहेगी। हम भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को महत्व देते हैं।' प्राइस ने आगे कहा, 'यह एक बातचीत है जो रक्षा संबंधों के संदर्भ में है और स्वतंत्र और ओपन इंडो-पैसिफिक को लेकर अमेरिका एवं भारत दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे उम्मीद है कि यह बातचीत जारी रहेगी।'

इस महीने की शुरुआत में, रूसी राज्य के हथियार निर्यातक रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के महानिदेशक अलेक्जेंडर मिखेव ने कहा कि रूस की विमान-रोधी मिसाइल प्रणाली वायु रक्षा (PRO) S-400 की पहली रेजिमेंट 2021 के अंत तक भारत में पहुंचा दी जाएगी। रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने मिखेव के हवाले से कहा, 'एस-400 के पहले रेजिमेंटल सेट की सारी संपत्ति 2021 के अंत में भारत को सौंप दी जाएंगी।' उन्होंने कहा कि डिलीवरी समय से पहले शुरू हो गई थी।

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