अमेरिका और भारत के बीच कम हो रहे व्यापारिक मतभेद, जल्द हो सकता है समझौता: निर्मला सीतारमण

अमेरिका और भारत के संबंधों को लेकर बयान दिया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक मतभेद कम हो रहे है और जल्द ही कोई समझौता हो सकता है।

By Ayushi TyagiEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 11:11 AM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 11:11 AM (IST)
अमेरिका और भारत के बीच कम हो रहे व्यापारिक मतभेद, जल्द हो सकता है समझौता: निर्मला सीतारमण
अमेरिका और भारत के बीच कम हो रहे व्यापारिक मतभेद, जल्द हो सकता है समझौता: निर्मला सीतारमण

वॉशिंगटन,एएनआइ। केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमण ने भारत और अमेरिकी के बीच व्यापारिक मतभेदों को लेकर कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक मतभेद अब कम हो रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जल्द ही व्यापार समझौता हो सकता है। वाशिंगटन में संवादाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने ये जानकारी दी। सीतारमण ने कहा कि मुझे पता है कि कितनी गंभीर बातचीत चल रही है। साथ ही बताया कि जिन मुद्दों पर मतभेद हो सकता था, उनमें से कुछ को सुलझाया जा रहा है। 

#WATCH Finance Minister Nirmala Sitharaman in Washington DC, on India-USA trade deal: I hope to have an agreement sooner. I know the intensity with which negotiations are going on.Few issues on which there could be differences are being sorted out pic.twitter.com/hVglZn5iUo — ANI (@ANI) October 18, 2019

दरअसल, वित्त मंत्री सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेने के लिए वॉशिंगटन गई हैं। संवादाताओं ने उनसे जब भारत और अमेरिकी की व्यापारिक समझौते को लेकर जो बातचीत चल रही थी उसकी स्थिति के बारे में सवाल किया तब उन्होंने ये बयान दिया। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय इस पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है जल्द ही इस बारे में बातचीत को पूरा कर लिया जाएगा। गुरुवार को अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय ने बताया था कि अमेरिकी वाणिज्यिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए निर्मला सीतारमण और गोयल के साथ द्विपक्षीय बौठकों में मुलाकात की थी।

इससे पहले वाणिज्य एंव उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दोनों देशों के संबंधों पर कहा था कि व्यापार मोर्चे पर भारत का अमेरिका के साथ किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ कुछ मतभेद हैं, ये किसी भी  द्विपक्षीय संबंध में होते रहते हैं।  पीयूष गोयल ने कहा कि उनका मानना है कि अमेरिका कंपनियों के लिफ भारत में निवेश की बहुत संभावनाएं है। 

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