नासा ने किया खुलासा, 52 सालों के बाद चंद्रमा पर उतारेगा एक महिला और एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री

नासा ने खुलासा किया है कि वो साल 2024 में चंद्रमा पर पहली महिला और पुरूष एस्ट्रॉनॉट भेजने की तैयारी कर रहा है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यह पहला मानव मिशन होगा और यह महिला एस्ट्रॉनॉट के साथ पहला मून मिशन होगा।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 01:42 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 01:42 PM (IST)
नासा ने किया खुलासा, 52 सालों के बाद चंद्रमा पर उतारेगा एक महिला और एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन की प्रतीकात्मक फाइल फोटो।

नई दिल्ली, एएफपी। नासा ने साल 1972 के बाद पहली बार चांद पर इंसान को भेजने की योजना बनाई है। नासा ने ऐलान किया है कि वह 2024 में चंद्रमा पर पहली महिला और एक पुरुष एस्ट्रॉनॉट को उतारने की योजना बना रहा है। नासा के प्रशासक (Administrator) के. जिम ब्रिडेनस्टीन ने कहा कि हम चांद पर वैज्ञानिक खोज, आर्थिक लाभ और नई पीढ़ी के खोजकर्ताओं को प्रेरणा देने के लिए चांद पर दोबारा जा रहे हैं।

समाचार एजेंसी के मुताबिक इस परियोजना पर करीब 28 अरब डॉलर खर्च होगा। इस खर्च के लिए अमेरिकी कांग्रेस से बजट को मंजूरी जरूरी है। चांद पर मिशन को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी इच्छा जाहिर कर चुके हैं। ब्रिडेनस्टीन ने कहा कि नासा 2024 में चांद पर लैंडिंग को लेकर सही दिशा में है, अगर क्रिसमस के पहले अमेरिकी कांग्रेस 3.2 अरब डॉलर की मंजूरी देती है तो हम चांद पर अपने अभियान को अंजाम दे पाएंगे।

इस मिशन का नाम अर्टेमिस है और यह कई चरणों में होगा। पहला चरण मानव रहित ओरियन स्पेसक्राफ्ट से नवंबर 2021 में शुरू होगा। मिशन के दूसरे और तीसरे चरण में एस्ट्रॉनॉट चांद के आसपास चक्कर करेंगे और चांद की सतह पर उतरेंगे। अपोलो 11 मिशन की तरह अर्टेमिस मिशन भी एक सप्ताह तक चलेगा और उस दौरान एस्ट्रॉनॉट एक हफ्ते तक चांद की सतह पर काम करेंगे। 1969 में अपोलो 11 मिशन के तहत पहली बार एस्ट्रॉनॉट चांद पर उतरे थे। अर्टेमिस मिशन अपोलो 11 मिशन से लंबा होगा और इसमें पांच के करीब एक्ट्राव्हीकुलर एक्टिविटिस होंगी। 

नासा के मुताबिक चंद्रमा के अनछुए साउथ पोल पर अंतरिक्षयान की लैंडिंग करेगा। ब्रिडेनस्टीन ने कहा कि इसके अलावा किसी और चीज की चर्चा नहीं हुई है। अपोलो 11 मिशन के तहत चंद्रमा की भूमध्य रेखा पर जिस तरह से अब तक पहले के अंतरिक्ष यात्रियों ने लैडिंग की है उसी तरह से नए अंतरिक्ष यात्री भी लैंड करेंगे, इन संभावनाओं को उन्होंने खारिज कर दिया है। ब्रिडेनस्टीन ने कहा कि इस मिशन के तहत एकदम नए तरह की चीजों की खोज की जाएगी, चांद पर जो वैज्ञानिक काम हम करेंगे वह पहले मिशन में किए गए कामों

से बहुत अलग होगा। अपोलो मिशन के समय में हमें लगता था कि चांद सूखा है लेकिन अब हमें पता है कि चांद के साउथ पोल पर भारी मात्रा में पानी मौजूद है। इस वक्त तीन लूनर लैंडर के निर्माण के लिए परियोजनाएं चल रही हैं, जो अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा। लैंडर की दावेदार ब्लू ओरिजिन अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस की कंपनी है। दूसरा लैंडर एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स बना रही है और तीसरी कंपनी का नाम डाइनेटिक्स है। ये तीनों कंपनियां ही लूनर लैंडर का निर्माण कर रही हैं।  

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