ट्रंप पर महाभियोग से पहले सांसदों को मिल रही धमकी
संसद परिसर पर हमले की भी धमकी सुरक्षा एजेंसियों की बढ़ी चिंता। सीनेट में आठ फरवरी से शुरू होने वाली है महाभियोग की कार्यवाही। महाभियोग की सुनवाई से पहले नेशनल गार्ड के हजारों सैनिकों को वाशिंगटन में ही तैनात रखने का निर्णय लिया है। --------------
वाशिंगटन, एपी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर महाभियोग की कार्यवाही शुरू होने से पहले सांसदों को जान से मारने की धमकी मिल रही है। कैपिटल यानी संसद परिसर पर हमले की भी धमकी दी जा रही है। इससे संघीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। धमकियों की जांच की जा ही है। ये धमकियां ऐसे समय समाने आ रही हैं, जब संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी महाभियोग प्रस्ताव सीनेट भेजने वाली हैं। इस सदन में यह प्रस्ताव गत 13 जनवरी को पारित हुआ था। जबकि सीनेट में महाभियोग की कार्यवाही आठ फरवरी को शुरू करने की तैयारी है।
अमेरिका के एक अधिकारी ने बताया कि धमकियों और कैपिटल पर दोबारा हथियारबंद प्रदर्शनकारियों के हमले के खतरे से चिंता बढ़ गई है। कैपिटल पुलिस और अन्य संघीय सुरक्षा एजेंसियों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई से पहले नेशनल गार्ड के हजारों सैनिकों को वाशिंगटन में ही तैनात रखने का निर्णय लिया है। गत छह जनवरी को संसद परिसर पर ट्रंप समर्थकों के हमले के बाद और राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ ग्रहण से पहले वाशिंगटन में नेशनल गार्ड के हजारों सैनिकों को तैनात किया गया था। शपथ ग्रहण समारोह तो शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया था, लेकिन ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही से पहले सांसदों को मिल रही धमकी ने चिंता बढ़ा दी है। एक अधिकारी ने बताया कि धमकियों की विश्वसनीयता की जांच की जा रही है।
बता दें कि प्रतिनिधि सभा से पारित प्रस्ताव में ट्रंप पर यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने संसद पर हमले के लिए भीड़ को उकसाया था। ट्रंप के उकसावे पर गत छह जनवरी को हजारों समर्थकों ने संसद परिसर पर धावा बोला था। करीब चार घंटे चले उपद्रव के दौरान जमकर तोड़फोड़ और गोलीबारी हुई थी। इसमें पांच लोगों की मौत हुई थी।
महाभियोग का विरोध करेंगे रिपब्लिकन
संसद के ऊपरी सदन सीनेट में महाभियोग की कार्यवाही से पहले ट्रंप के पक्ष में रिपब्लिकन सांसद एकजुट होते दिख रहे हैं। ऐसे सांसदों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो यह कह रहे हैं कि वे महाभियोग की कार्यवाही का विरोध करेंगे। रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने कहा, 'मुझे लगता है कि यह बेवकूफी भरा कदम है। क्योंकि यह देश के लिए अच्छा नहीं है।' सदन में ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिच मैक्कोनेल कह चुके हैं कि सदन की न्यूनतम प्रक्रिया के तहत महाभियोग की कार्यवाही शुरू हो रही है।
निकी हेली के वकील करेंगे ट्रंप का बचाव
अमेरिकी मीडिया में आई खबरों के अनुसार, भारतीय मूल की रिपब्लिकन नेता निकी हेली के वकील रहे बुच बोवर्स सीनेट में महाभियोग की सुनवाई के दौरान ट्रंप का बचाव करेंगे। बुच ने करीब आठ साल पहले एक मामले से बरी होने में हेली की मदद की थी।