पोंपियो ने की चीन सरकार की निंदा, बोले- हार से बचने के लिए हांगकांग में टाले चुनाव
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि चुनाव होते तो कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी बुरी तरह हार जाते। इससे डरकर ही चीन सरकार ने चुनाव टाला है।
वाशिंगटन, एजेंसियां। हांगकांग में चुनाव टालने के चीन सरकार की निंदा करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा है कि इसकी एक मात्र वजह यह थी कि चुनाव होते तो कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी बुरी तरह हार जाते। फॉक्स न्यूज से बातचीत में पोंपियो ने कहा, हांगकांग में चुनाव टाले जाने की वजह कोविड-19 नहीं है। चुनाव में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार बुरी तरह हारते, इससे डरकर चीन सरकार ने चुनाव टाल दिए।
हांगकांग में विधानसभा के चुनाव छह सितंबर से होने थे। अगर उनमें कम्युनिस्ट पार्टी की हार होती तो पूरी दुनिया में चीन की किरकिरी होती। हांगकांग की बहुसंख्य आबादी लंबे समय से पूर्ण लोकतंत्र की मांग कर रही है जिसमें उसे बेरोक-टोक अपनी सरकार चुनने का अधिकार हो। कुछ महीने पहले हांगकांग में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में लोकतंत्र समर्थकों की भारी जीत हुई थी। इससे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी चौकन्नी हो गई थी, अब उसने विधानसभा चुनाव टलवा दिए हैं। इस बीच पता चला है कि हांगकांग में चुनाव टाले जाने की प्रतिक्रिया का अध्ययन करने के लिए अपने कुछ वरिष्ठ अधिकारी भेजे हैं। ये अधिकारी हालात की समीक्षा के बाद चुनाव की अगली तारीख के बारे में चीन सरकार को अपनी राय देंगे।
अमेरिकी प्रतिबंध का शिनजियांग पर होगा असर
पोंपियो ने शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के उत्पीड़न और मानवाधिकारों के हनन के सवाल पर भी चीन सरकार की निंदा की। कहा, अमेरिका के लगाए गए ताजा प्रतिबंध शिनजियांग के कारोबार को प्रभावित करेंगे और चीन सरकार पर दबाव डालेंगे। प्रांत के लोग भीषण कठिनाई और खतरे के बीच जी रहे हैं। चीन अपने इस व्यवहार के साथ वैश्विक स्तर पर काम करना चाहता है, जो संभव नहीं है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने शुक्रवार को ही शिनजियांग प्रोडक्शन एंड कंस्ट्रक्शन कॉर्प्स और उसके अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है।