Flight to Nowhere या scenic flights में आपका स्‍वागत है, हम वहीं उतरेंगे जहां से हमने उड़ान भरी है!

कुछ विमानन कंपनियों ने यात्रियों को लुभाने के लिए ऐसी उड़ानों की शुरुआत की है जिसका डेस्टिनेशन वही होता है जहां से वो उड़ान भरती है। ये दरअसल लोगों के दिलों से हवाई सफर का डर निकालने का भी एक नायाब तरीका है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 02:37 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 07:27 AM (IST)
Flight to Nowhere या scenic flights में आपका स्‍वागत है, हम वहीं उतरेंगे जहां से हमने उड़ान भरी है!
ये हवाई सफर है बेहद खास क्‍योंकि इस विमान की टेक ऑफ वाली जगह ही इसकी फाइन डेस्टिनेशन है।

वाशिंगटन (न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स)। कोविड-19 महामारी ने विश्‍व के सभी क्षेत्रों की विकास यात्रा पर ब्रेक लगाने का काम किया है। एविएशन इंडस्‍ट्री इन्‍हीं में से एक है। कोविड-19 की बदौलत इस इंडस्‍ट्री का दम घुटने लगा है। अब जबकि कई देशों में लॉकडाउन को खत्‍म कर अनलॉक की तरफ कदम बढ़ा लिया गया है तब भी कई ऐसे हैं जो इसको सुरक्षित नहीं मान रहे हैं। वहीं कई ऐसे भी जो लॉकडाउन के दौरान विमान में सफर करने का लुत्‍फ नहीं उठा सके। ऐसे ही लोगों के लिए कुछ देशों की एविएशन इंडस्‍ट्री ने एक ऐसा कदम उठाया जो अपने आप में काफी लाजवाब था। इस क्षेत्र से जुड़ी विमानन कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए कुछ ऐसी फ्लाइट्स का आयोजन किया जिनका डेस्टिनेशन टार्गेट वही होता था जहां से वो टेक ऑफ करती थीं। जी हां, सुनकर बड़ा अजीब लगेगा लेकिन ये सच है। ये विमान यात्रियों को लेकर उड़ान भरते थे और कुछ घंटों के सफर के बाद वापस वहीं पर उतर जाते थे। इसका मकसद ये बताना भी था कि हवाई सुरक्षा आज भी पहले की ही तरह से सुरक्षित है।

ऐसी ही एक फ्लाइट में नादज्‍री हरीफ ने भी उड़ान भरी थी। हरीफ ब्रूनी के क्रिस्‍टल रेडियो स्‍टेशन में डीजे हैं। बीते छह माह के दौरान उन्‍होंने पहली बार एयरपोर्ट में कदम रखा था। ये एक्‍सपीरियंस उनके लिए काफी अलग और खास था। ब्रूनी का इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नजारा काफी बदला हुआ था। मास्‍क, शीशे के डिवाइडर, एक दूसरे से दूरी बनाए रखने समेत सभी नियमों का पालन किया जा रहा था। हरीफ इस प्रोटोकॉल को पूरा करते हुए जब विमान में घुसे तो वहां पर इस तरह के नियम लागू नहीं थे। आपको बता दें कि हरीफ ताइवान, जापान और आस्‍ट्रेलिया के उन हजारों लोगों में शामिल थे जिन्‍होंने एक ऐसे विमान में अपनी सीट बुक रिवाई थी जिसकी कोई डेस्टिनेशन नहीं थी। मतलब उसको वापस ब्रूनी के ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरना था। इसके बावजूद ये फ्लाइट पूरी तरह से फुल थी। इस तरह की फ्लाइट्स को शुरू करने वाली कंपनियों ने इसको “scenic flights का नाम दिया था तो कुछ ने इसको कहा flights to nowhere। हरीफ की ये उड़ान 85 मिनट की थी। शुरुआत में ही केप्‍टन ने सभी का स्‍वागत किया और सेफ्टी अनाउंसमेंट किया। यात्रियों को ब्रूनी के खास और लजीज भोजन परोसे गए। रॉयल ब्रूनी एयरलाइंस ने अपनी इस फ्लाइट को dine and fly प्रोग्राम के तहत शुरू किया था।

कोविड-19 के तहत लगे लॉकडाउन में लोग घरों में कैद होकर रह गए थे। ऐसे लोग ट्रेवलिंग को भूलने लगे थे और ऐसा न कर पाने की वजह से मायूस हो रहे थे। ऐसे में उनके लिए इस तरह की फ्लाइट्स एक सपने के सच होने जैसी ही थीं। ये फ्लाइट्स ऐसे समय में आसमान का सफर कर रही थीं जब तमाम देशों की एविएशन कंपनियों ने अपनी उड़ाने रद कर दी थीं और लोग इनमें जाने से कतराने लगे थे। लोगों का मानना था कि इसमें एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का अहम नियम काम नहीं कर सकेगा, लिहाजा ये सुरक्षित नहीं हैं। रॉयल ब्रूनी ने अगस्‍त के मध्‍य से ही इस तरह की पांच उड़ान का प्रबंध किया था। ब्रूनी में कोविड-19 के मामले भी काफी कम थे। एयरलाइंस ने अपने यात्रियों को मास्‍क लगाने की बाध्‍यता नहीं रखी थी। हालांकि कर्मचारियों को लिए ये जरूरी था।

ताइवानीज एयरलाइंस ने फादर्स डे के मौके पर इसी तरह की उड़ान का प्रबंध किया था। इस दौरान 309 यात्रियों के साथ ए330 ड्रीम जेट ने हैलो किटी थीम के तहत उड़ान भरी थी। इसके अलावा जापान की निप्‍पो एयरलाइंस ने हवाई रिसोर्ट थीम के तहत 330 यात्रियों के साथ 90 मिनट की उड़ान भरी थी। पिछले सप्‍ताह ही आस्‍ट्रेलिया की क्‍वांता एयरलाइंस ने भी इसकी शुरुआत की और महज दस मिनट के अंदर ही उसके सारे टिकट बिक भी गए। इस सफर का मजा लेने वालों में फ्रीक्‍वेंट फ्लायर की संख्‍या काफी ज्‍यादा थी। कंपनी के सीईओ एलन जॉएस के मुताबिक अक्‍टूबर में भी इस तरह की फ्लाइट उड़ान भरेंगी जो सिडनी एयरपोर्ट से होगी। इसकी टिकट 787 से लेकर 3787 आस्‍ट्रेलियाई डॉलर के बीच होगी। इस दौरान विमाना क्‍वींसलैंड और न्‍यू साउथ वेल्‍स के ऊपर से उड़ान भरेगा।

कुछ समय पहले भी कंपनी ने एक उड़ान सेवा अंटार्कटिका के लिए शुरू की थी। इस दौरान विमान वहां पर उतरा तो नहीं लेकिन विमान में सवार यात्रियों को धूमकर नजारे देखने की अनुमति जरूर दी गई थी। इस सेवा आयोजन एक टूर कंपनी ने किया था। इस तरह की थीम वास्‍तव में काफी अलग है। आठ माह से घरों में बैठे उन लोगों के लिए जो घूमना पसंद करते हैं, ये उत्‍साहित करने वाली है। भारत, अमेरिका और आस्‍ट्रेलिया में इस तरह की फ्लाइट्स की डिमांड की जा रही है। बेंगलुरू के एक ट्रेवल एजेंटलवलीन अरुण ने एनवाईटी को बताया कि करीब दो माह से ही लोग इस तरह की फ्लाइट की डिमांड कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उनके एक क्‍लाइंट ने कहा था कि वो विमान की विंडो सीट पर बैठकर बादलों को उड़ते हुए देखना चाहता है। कुछ लोग इस बात की इंतजार कर रहे हैं कि वो कब अपना बैग पैक कर एयरपोर्ट जाएंगे।

कोविड-19 से पहले तक लंदन में रहने वाले मार्किटिंग मैनेजर क्रिस्‍टोफर माल्‍बी त्‍यानन निजी तौर पर या बिजनेस से रिलेटेड काम के लिए हवाई यात्रा करते रहते थे। लेकिन महामारी ने इस पर ब्रेक लगा दिए। वो इस तरह की उड़ान के बारे में सुनकर काफी उत्‍साहित हैं। ताइवानीज एयरलाइंस के प्रवक्‍ता केटी चाओ के मुताबिक कंपनी अपने यात्रियों को इस तरह की उड़ानों के तहत एक नया अनुभव कराना चाहती है। मई से अब तक कंपनी के विमानों ने इस तरह की छह उड़ान भरी हैं वहीं अक्‍टूबर में दर्जर भर प्‍लान में हैं। इनमें से अधिकतर की टिकटें महज 10 मिनट में ही बिक गई हैं। इनमें मास्‍क लगाना और एक दूसरे से दूरी बनाने के नियम अनिवार्य तौर पर मानने होंगे। चाओ का कहना है कि यात्रियों को नया अनुभव कराने के लिए विमान के इंटीरियर में भी काफी कुछ बदला हुआ होगा।

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