ईरानी संसद ने अमेरिकी सैन्‍य बलों को आंतकवादी संगठन घोषित किया, US सैनिकों पर चलेगा मुकदमा!

अर्ध सरकारी समाचार एजेंसी आइएसएनए ने कहा है कि इन अमेरिकी सैनिकों को रसद सहायता सहित कोई भी सैन्‍य और गैर सैन्‍य मदद करना एक आतंकवादी कार्रवाई मानी जाएगी।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 02:56 PM (IST)
ईरानी संसद ने अमेरिकी सैन्‍य बलों को आंतकवादी संगठन घोषित किया, US सैनिकों पर चलेगा मुकदमा!
ईरानी संसद ने अमेरिकी सैन्‍य बलों को आंतकवादी संगठन घोषित किया, US सैनिकों पर चलेगा मुकदमा!

तेहरान, एपी। ईरानी संसद ने उस बिल को मंजूरी दी है, जिसमें समस्‍त अमेरिकी सैन्‍य बलों को आतंकवादी संगठन के रूप में स्‍थापित किया गया है। हालांकि, अभी इस मामले में अमेरिका की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। बता दें कि कुछ दिन पूर्व अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने ईरान की रिवोल्‍यूशनरी गार्ड को आतंकवादी संगठन कहा था। ट्रंप ने कहा था कि ईरान से तेल लेने वाला कोई देश अमेरिकी प्रतिबंधों से मुक्‍त नहीं होगा। इसके बाद ईरान ने अमेरिका के विरोध में अपनी संसद में यह बिल पास किया है।

मंगलवार को तेहरान की संसद में 215 सांसदों में से 173 ने इस बिल के पक्ष में मतदान किया। चार सांसदों ने मतदान में हिस्‍सा नहीं लिया। पिछले सप्‍ताह ईरानी सांसदों ने मध्‍य पूर्व में तैनात अमेरिकी सैनिकों को आतंकवादी के रूप में स्‍थापित किया गया था। इसके लिए ईरानी संसद में बाकायदा कानून भी बनाया गया। लेकिन एक सप्‍ताह बाद ईरानी संसद में नया बिल पेश किया गया। यह नया बिल एक कदम और आगे है।

अर्ध सरकारी समाचार एजेंसी आइएसएनए ने कहा है कि इन अमेरिकी सैनिकों को रसद सहायता सहित कोई भी सैन्‍य और गैर सैन्‍य मदद करना एक आतंकवादी कार्रवाई मानी जाएगी। विधेयक में यह भी मांग की गई है कि ईरानी सरकार उन देशों के खिलफ भी कार्रवाई करें जो इस मामले में ट्रंप प्रशासन की नीतियों का समर्थन करती है। बता दें कि सऊदी अरब, बहरीन और इजराइल ने ट्रंप का समर्थन किया है। सांसदों ने यह भी अनुरोध किया है कि ईरान की खुफ‍िया एजेंसी तीन म‍हीने के भीतर सभी अमेरिकी कंमाडरों की एक सूची उपलब्‍ध कराए, ताकि ईरानी न्‍यायपालिका उन पर आतंकवादियों के रूप में मुकदमा चला सके।

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