भारतीय मूल की राधिका को अमेरिका में अहम जिम्मेदारी, पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के जल कार्यालय का प्रमुख बनाया गया
अमेरिकी सीनेट ने भारतीय-अमेरिकी जल मुद्दों की विशेषज्ञ राधिका फॉक्स को पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के जल कार्यालय के प्रमुख के रूप में पुष्टि की है। सात रिपब्लिकन सीनेटरों ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने के बाद सीनेट ने बुधवार को फाक्स समर्थन में 55 से 43 मतों की पुष्टि की।
वाशिंगटन, प्रेट्र। जल संबंधी मामलों की विशेषज्ञ भारतीय मूल की राधिका फाक्स को पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी के जल कार्यालय का प्रमुख बनाया गया है। राधिका की नियुक्ति को सीनेट ने 43 के मुकाबले 55 वोट से अपनी मंजूरी दे दी है। उनकी नियुक्ति को सात रिपब्लिकन सीनेटर का भी समर्थन मिला है। नियुक्ति के बाद सीनेट की पर्यावरण संबंधी समिति के चेयरमैन टाम कार्पर ने बताया कि सुश्री फाक्स जल संबंधी मामलों पर लगभग दो दशक से विशेषज्ञ के तौर पर विभिन्न पदों पर रहकर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं और उनके द्वारा स्थानीय से लेकर संघीय स्तर तक अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है। विगत 14 अप्रैल को राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनको पर्यावरण संरक्षण एजेंसी के सहायक प्रशासक के पद पर नामित किया था। राधिका फाक्स ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से आर्ट्स में स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में अध्ययन किया था।
भारतवंशी सरला अमेरिका में संघीय जज के लिए नामित
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय--अमेरिकी नागरिक अधिकार वकील सरला विद्या नगाला को कनेक्टिविटी राज्य का संघीय न्यायाधीश मनोनीत किया है। अभी इस नियुक्ति की सीनेट से मंजूरी ली जाएगी। सरला दक्षिण एशिया की पहली महिला होंगी, जो इस पद पर नियुक्त होंगी।
सरला वर्तमान में यूएस अटार्नी आफिस में ब़़डे अपराधों के मामलों को देख रही हैं। उन्होंने 2008 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बर्कले स्कूल आफ ला से स्नातक की उपाधि और ज्यूरिस डाक्टर की डिग्री प्राप्त की थी। सरला को कानूनी संस्थाओं में रहने का लंबा अनुभव है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल और मैक्सिको सहित नौ देशों में नए राजदूतों की नियुक्ति की है। इनमें रिटायर्ड एयरलाइन पायलट सीबी सुलेनबर्गर भी शामिल हैं। सुलेनबर्गर ने एक उ़़डान के दौरान तकनीकी खराबी आने के कारण यात्री विमान को हडसन नदी पर सुरक्षित उतारा था, वह इसमें विमान में सवार सभी यात्रियों की जान बचाने में सफल हुए थे। इन सभी राजनयिकों को पहले सीनेट की मंजूरी प्राप्त करनी होगी। इनमें विदेश मंत्री एटोंनी ब्लिंकन की वरिष्ठ सलाहकार जूली ज्यून चुंग को श्रीलंका का राजदूत नियुक्त किया गया है।