कोरोना से लड़ाई में स्तंभ की तरह हैं भारतीय अमेरिकी समुदाय, जानें और देशों से कितनी मिली सहायता

अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारतीय अमेरिकी समुदाय के योगदान की सराहना की है। कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारतीय अमेरिकी भारत के लिए स्तंभ की तरह हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 05:49 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 05:49 PM (IST)
कोरोना से लड़ाई में स्तंभ की तरह हैं भारतीय अमेरिकी समुदाय, जानें और देशों से कितनी मिली सहायता
159 आक्सीजन कंसंट्रेटर भारत भेजने की तैयारी कर रहा है

वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारतीय अमेरिकी समुदाय के योगदान की सराहना की है। कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारतीय अमेरिकी भारत के लिए स्तंभ की तरह हैं। भारतीय राजदूत ने अमेरिका के भारतीय समुदाय के प्रमुख नेताओं के साथ आनलाइन वार्ता की। इस दौरान उन्होंने उनके समर्थन की सराहना की। संधू ने ट्वीट किया, दोपहर के बाद अमेरिका भर में फैले भारतीय अमेरिकी समुदाय के नेताओं के साथ वार्ता की। महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में प्रवासी भारतीय समुदाय मजबूत स्तंभ की तरह रहे हैं। मैंने उनके प्रयासों की सराहना की। 

अमेरिका में भारत के राजदूत ने भारतीय अमेरिकी समुदाय के योगदान को सराहा

संधू ने कहा, जिस तरह से हमें मदद मिल रही है, उससे पता चलता है कि दोनों देशों के संबंध कितने मजबूत हैं। इस बीच, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका का सैन्य बल अगले सप्ताह 159 आक्सीजन कंसंट्रेटर भारत भेजने की तैयारी कर रहा है। ये कंसंट्रेटर व्यावसायिक उड़ान से भारत भेजे जाएंगे। पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने संवाददाताओं को बताया कि 17 मई को कंसंट्रेटर भारत भेज दिए जाएंगे। हम भारत सरकार में अपने सहयोगियों के साथ संपर्क में बने हुए हैं। 

यूरोपीय संघ से वेंटिलेटर, रेमडेसिविर की खेप मिली

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की तरफ से शुक्रवार को वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और चिकित्सा उपकरणों की खेप के साथ एक विमान नई दिल्ली पहुंचा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि जर्मनी, नीदरलैंड्स और पुर्तगाल समेत यूरोपीय संघ के देश लगातार भारत के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं। 

स्वीडन के राजदूत ने कहा, मिलकर कर रहे काम

भारत में स्वीडन के राजदूत क्लास मोलिन ने कहा है कि कोरोना महामारी से जूझ रहे भारत को किन चीजों की जरूरत है, यह जानने के लिए उनका देश नई दिल्ली स्थित अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार से लेकर बड़ी कंपनियों के लोग और स्वीडन का प्रवासी भारतीय समुदाय चुनौतियों से निपटने के लिए जिस तरह मिलकर काम कर रहे हैं, वह संतोषजनक है। 

कनाडा ने 300 वेंटिलेटर भेजा

कोरोना महामारी के बीच कनाडा की ओर से भेजी गई 300 वेंटिलेटर की एक और खेप भारत को मिली। विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि विदेश से सहायता मिलने का क्रम जारी है। हमारे रणनीतिक सहयोगी कनाडा ने 300 वेंटिलेटर की एक और खेप भेजी है। इससे पहले शनिवार को कनाडा से 50 वेंटिलेटर और 25,000 वायल रेमडेसिविर की खेप मिली थी। 

कतर से चिकित्सा सामग्री मिली

कोरोना वायरस महामारी से लड़ाई में मदद के लिए कतर ने भी भारत को चिकित्सा सामग्री भेजी है। कतर से भेजी गई सामग्री में 200 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 40 वेंटिलेटर और 4,300 रेमडेसिविर की शीशी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट करते हुए इस मदद के लिए कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी और वहां की सरकार को धन्यवाद दिया है।

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