दुनियाभर में पहुंचे कोरोना वैक्सीन, फलस्तीन को भी भेजेंगे टीका: यूएन में भारत
भारत का मानना है कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया भर में टीकों की पहुंच महत्वपूर्ण है। भारत ने पहले फलस्तीन को कोविड-19 महामारी से बचने के लिए सहायता के रूप में महत्वपूर्ण दवाएं और चिकित्सा उपकरण प्रदान किए थे।
संयुक्त राष्ट्र, एएनआइ। भारत के संयुक्त राष्ट्र में उप-स्थायी प्रतिनिधि के. नागराज नायडू ने यूएनएससी में कहा कि हम आने वाले हफ्तों में फलस्तीनियों को अनुदान के रूप में दवाओं के दूसरे बैच को भेजने की प्रक्रिया में हैं। हम फलस्तीन को कोरोना वायरस वैक्सीन की शीघ्र आपूर्ति की सुविधा भी देंगे।
नागराज नायडू ने कहा, 'भारत का मानना है कि महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया भर में टीकों की पहुंच महत्वपूर्ण है। भारत ने पहले फलस्तीन को कोविड-19 महामारी से बचने के लिए सहायता के रूप में महत्वपूर्ण दवाएं और चिकित्सा उपकरण प्रदान किए थे। गाजा के लोगों पर कोरोना महामारी का प्रभाव कमजोर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण विशेष रूप से गंभीर है। हम इस ओर भी ध्यान दें रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन फलस्तीन के लोगों को उपलब्ध हो, जिसमें गाजा भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि जब से कोरोना वैक्सीन का निर्माण भारत में शुरू हुआ है, उसके कुछ समय बाद से ही हिंदुस्तान ने हिंद महासागरीय देशों को लाखों की तादाद में कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराई है। भारत के इस प्रशंसनीय कदम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया। बीते हफ्ते म्यांमार से लेकर बांग्लादेश और मॉरीशस से लेकर सेशेल्स तक लाखों की तादाद में भारत में निर्मित वैक्सीन पहुंचाई गई हैं। पांच लाख वैक्सीन की खेप श्रीलंका भी पहुंची है। अन्य देशों को भी लाखों-लाख वैक्सीन भेजने की तैयारी जारी है।