सीरिया के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है भारत, UNSC में दोहराई अपनी प्रतिबद्धता

भारत ने सीरिया में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने हेतु दो हजार टन चावल उपहार के तौर पर दिया है। विदेश मंत्रालय ने 12 फरवरी 2021 को एक बयान में कहा कि एक हजार टन की पहली खेप 11 फरवरी 2021 को सीरिया पहुंच गई है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 09:12 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:12 AM (IST)
सीरिया के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है भारत, UNSC में दोहराई अपनी प्रतिबद्धता
संयुक्त राष्ट्र(यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति। (फोटो: एएनआइ)

संयुक्त राष्ट्र, एएनआइ। भारत ने एक बार फिर से सीरियों के समर्थन को लेकर बयान दिया है। भारत ने कहा है कि वो सीरिया के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। ये बातें संयुक्त राष्ट्र(यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कही हैं। टीएस तिरुमूर्ति ने कहा है कि भारत आज भी सीरिया के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि इस महीने की शुरुआत में सीरिया सरकार से आपातकालीन मानवीय सहायता के लिए अनुरोध के बाद भारत ने सीरिया को 2,000 मीट्रिक टन से अधिक चावल भेजे। 

उन्होंने कहा कि सीरिया में मानवीय सहायता- यह सीमा पार या क्रॉसलाइन को सीरिया की स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को ध्यान में रखना चाहिए। सभी दलों को स्वास्थ्य और मानवीय कार्यकर्ताओं की रक्षा करने की आवश्यकता है।

उन्होंने आगे कहा कि सभी दलों को स्वास्थ्य और मानवीय कार्यकर्ताओं की रक्षा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मानवतावादी जरूरतों के पैमाने, गंभीरता और जटिलता को इस परिषद की सामूहिक विवेक को भड़काना चाहिए, विशेष रूप से वे जो मानवीय सहायता को राजनीतिक ट्रैक से जोड़ने की वकालत करते हैं, जो तब अपने नागरिकों को तत्काल सहायता से वंचित करता है। यूएनएससी में, भारत ने दोहराया कि यह जरूरत के इस गंभीर समय में सीरिया के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।

भारत ने सीरिया को दिया 2 हजार टन चावल

भारत ने सीरिया में खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने हेतु दो हजार टन चावल उपहार के तौर पर दिया। विदेश मंत्रालय ने 12 फरवरी 2021 को एक बयान में कहा कि एक हजार टन की पहली खेप 11 फरवरी 2021 को सीरिया पहुंच गई।सीरिया में भारत के राजदूत हिफजुर रहमान ने वहां के स्थानीय प्रशासन मंत्री और राहत समिति के प्रमुख हुसैन मुखलौफ को पहली खेप सौंपी थी। शेष एक हजार टन चावल भी 18 फरवरी तक सीरिया पहुंच जाने की उम्मीद है।

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