संयुक्त राष्ट्र में बोला भारत- महामारी से उपजे मौजूदा हालात का फायदा उठा रहीं संघर्षवादी ताकतें

भारत ने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महामारी से संबंधित कई प्रवृत्तियों को रेखांकित किया था।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:31 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:31 AM (IST)
संयुक्त राष्ट्र में बोला भारत- महामारी से उपजे मौजूदा हालात का फायदा उठा रहीं संघर्षवादी ताकतें
संयुक्त राष्ट्र में बोला भारत- महामारी से उपजे मौजूदा हालात का फायदा उठा रहीं संघर्षवादी ताकतें

संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा है कि कुछ संघर्षवादी ताकतें मौजूदा अनिश्चितता भरे माहौल का फायदा उठाते हुए भ्रामक सूचनाओं और अवसरवादी आतंकी हमलों के जरिये अपना एजेंडा लागू करने की फिराक में हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 'महामारियां और सतत शांति की चुनौतियां' विषय पर उच्चस्तरीय खुली बहस में भारत ने कहा कि कोरोना महामारी ने शांति कायम करने और संघर्ष की स्थिति टालने के प्रयासों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। हम अभी कोरोना महामारी के बीच में हैं। ऐसी समस्या से हम लोगों की पीढ़ी का पहले कभी पाला नहीं पड़ा। यह महामारी अभी भी उग्र है। इसका असर बहुत गहरा और बहुआयामी होगा। इसके निहितार्थ के बारे में सटीक शब्दों में कुछ बता पाना मुश्किल है।

भारत ने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने महामारी से संबंधित कई प्रवृत्तियों को रेखांकित किया था। जिसमें सार्वजनिक संस्थाओं में विश्वास का क्षरण और सरकारों के प्रति सामाजिक तनाव में वृद्धि शामिल थी। बयान में कहा गया है कि कुछ संघर्षवादी ताकतें अपने एजेंडे को लागू करने के लिए अनिश्चितता के मौजूदा माहौल का फायदा उठा रही हैं। जिसमें गलतफहमी और हिंसा फैलाने के साथ आतंकी हमलों को अंजाम देना भी शामिल है।

बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करेगा यूएन

भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ से लोग बेहाल हैं। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने मानवीय मदद की पेशकश की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि मानसून के दौरान भारत में 770 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, पांच लाख से अधिक लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सर्वाधिक प्रभावित समुदायों तक मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तैयार है।

एशिया में बाढ़ की स्थिति पर दुजारिक ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों ने वर्षो बाद ऐसी बाढ़ देखी है। देश का एक तिहाई हिस्सा जलमग्न हो चुका है। 54 लाख लोग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। 11 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जबकि 135 लोगों की मौत हो चुकी है।

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