ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को चिंताजनक देशों की लिस्ट में डाला

अमेरिका की एक नवीनतम रिपोर्ट से पता चला है कि भारत और पाकिस्तान उन 11 देशों का हिस्सा हैं जिन्हें जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न होने वाले पर्यावरणीय और सामाजिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। यहां पानी-बिजली की कमी हो सकती है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 02:12 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 02:14 PM (IST)
ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान को चिंताजनक देशों की लिस्ट में डाला
ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर चिंताजनक देशों की लिस्ट में भारत-पाकिस्तान।(फोटो: प्रतीकात्मक)

वॉशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका ने ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन को लेकर भारत और पाकिस्तान को 10 अन्य देशों के साथ चिंताजनक राष्ट्रों की लिस्ट में डाल दिया है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के आकलन के अनुसार,  ग्लोबल वार्मिंग का खामियाजा इन देशों को भुगतना होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल वार्मिंग का सबसे ज्यादा खामियाजा इन देशों को भुगतना पड़ेगा। इन देशों में लगातार गर्म हवाओं की तीव्र लहरें चल सकती हैं। इन देशों के लोगों को सूखा और पानी-बिजली की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

भारत और पाकिस्तान इन 10 देशों के साथ रखे गए

भारत के अलावा इस लिस्ट में शामिल अन्य देश अफगानिस्तान, ग्वाटेमाला, हैती, होंडुरास, इराक, पाकिस्तान, निकारागुआ, कोलंबिया, म्यांमार और उत्तर कोरिया हैं। अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि खुफिया समुदाय ने आकलन किया है कि 11 देशों को 'गर्म तापमान, मौसम में ज्यादा परिवर्तन और समुद्र के पैटर्न में व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है जिससे उनकी ऊर्जा, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुरक्षा को खतरा होगा।'

जलवायु पर पहली बार राष्ट्रीय खुफिया अनुमान (एनआईई) को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के अमेरिकी कार्यालय द्वारा एक साथ रखा गया, जो 16 खुफिया एजेंसियों की देखरेख करता है। इस रिपोर्ट को गुरुवार को जारी किया गया, जिसने जलवायु को लेकर चिंता के दो क्षेत्रों की भी पहचान की है और अफ्रीकी महाद्वीप के देशों का भी नाम दिया है।

रिपोर्ट में कहा गया है, 'खुफिया एजेंसी ने 11 देशों और दो क्षेत्रों की पहचान की है जो जलवायु परिवर्तन के खतरे से चिंतित हैं।' रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 'इन देशों और क्षेत्रों में कठिनाइयों से जल्दी उबरने की क्षमता बढ़ने से संभवतः अमेरिकी हितों के लिए भविष्य के जोखिमों को कम करने में विशेष रूप से सहायक होगा।'

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ज्यादा गर्मी पड़ने और तीव्र चक्रवातों से जल स्रोतों के दूषित होने की संभावना है। ऐसे में बीमारी से ग्रसित आबादी में बढ़ोतरी होगी, और वे लोग दूसरे लोगों में भी बीमारी फैलाएंगे। आगे कहा गया है कि प्रोजेक्शन मॉडल बताते हैं कि भारत, अफगानिस्तान, ग्वाटेमाला, हैती, होंडुरास, इराक और पाकिस्तान में डेंगू की घटनाओं में वृद्धि होगी।

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