Health Alert: अगर आप 40 पुश अप्स लगा लेते हैं तो नहीं होगी दिल की बीमारी
अमेरिका स्थित हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के शोधकर्ताओं ने एक हजार से अधिक पुरुषों के दस साल के हेल्थ डाटा का विश्लेषण करके निकाला निष्कर्ष
बोस्टन, प्रेट्र। हमारा दिल कितना सेहतमंद है और हमें हृदय संबंधी बीमारी होने का खतरा कितना है इसका पता पुश-अप करने की क्षमता से लगाया जा सकता है। यह बात एक नवीन अध्ययन में सामने आई है। शोधकर्ताओं ने अध्ययन के आधार पर बताया है कि अधेड़ उम्र का एक सक्रिय पुरुष यदि 40 पुश-अप करने की क्षमता रखता है तो उसका हृदय अच्छा काम कर रहा है। ऐसे व्यक्ति को हार्ट फेल या हृदय रोग (कार्डिओवैस्कुलर डिसीज) का खतरा भी कम होता है। जामा नेटवर्क ओपन नामक जर्नल में प्रकाशित इस शोध को विस्तार से प्रकाशित किया गया है। इसमें बताया गया है कि पुश-अप करने की क्षमता का हृदय के स्वास्थ्य से सीधा संबंध होता है।
अमेरिका स्थित हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के जस्टिन यांग कहते हैं, हमारा अध्ययन बताता है कि पुश-अप एक ऐसा तरीका है, जिससे बिना किसी खर्च के दिल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। ये बेहद आसान तरीका है, जिससे पता चल सकता है कि व्यक्ति के हृदय संबंधी बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कितना है। यांग कहते हैं कि अध्ययन के दौरान ट्रेडमिल टेस्ट की तुलना में पुशअप और हृदय संबंधी रोग में अधिक संबंध देखने को मिला। अध्ययन के मुताबिक, हमारी फिजिकल फिटनेस बताती है कि हमारे दिल का स्वास्थ्य कितना अच्छा है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि वर्तमान में ऐसे बहुत से ट्रेडमिल टेस्ट हैं, जो हमारी सेहत के बारे में जानकारी देते हैं, लेकिन ये बेहद खर्चीले होने के साथ बहुत अधिक समय भी मांगते हैं। वहीं, दूसरी तरफ पुश-अप की मदद से हृदय की सेहत का पता लगाने में न तो धन खर्च होता है और न ही अधिक समय जाता है। यही वजह है कि शोधकर्ताओं ने इसे दिल की सेहत का पता लगाने का आसान तरीका बताया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अपनी तरह का पहला अध्ययन है, जो पुश-अप और कार्डिओवैस्कुलर डिसीज (सीवीडी) में सीधा संबंध बताता है।
इस तरह किया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने 1,104 लोगों की वर्ष 2000 से 2010 के बीच निगरानी की और उनके सेहत संबंधी डाटा एकत्र कर उसका विश्लेषण किया। इन लोगों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखते हुए इनके पुश-अप करने की क्षमता को जांचा। इस दौरान ये भी देखा कि कितने पुश-अप करने वाले व्यक्ति को हृदय रोग होने का खतरा कितना होता है।
यह निकाला निष्कर्ष
शोधकर्ताओं के मुताबिक, जो व्यक्ति 40 से अधिक पुश-अप कर सकता है उसके 10 से कम पुश-अप करने वाले व्यक्ति की तुलना में सीवीडी की चपेट में आने की आशंका 96 फीसद तक कम हो जाती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, पुश-अप जहां शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार है, वहीं नवीन अध्ययन के आधार पर हृदय की सेहत बताने का भी काम करता है।