कोरोना वायरस के समय बिछड़े प्रेमी जोड़ों को मिलाने के लिए जर्मनी का स्वीट हार्ट वीजा

अब गैर शादीशुदा पार्टनर भी ईयू के बाहर के देशों से जर्मनी आ सकते हैं और जर्मनी में रहने वाले अपने पार्टनर से मिल सकते हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 04:45 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 04:45 PM (IST)
कोरोना वायरस के समय बिछड़े प्रेमी जोड़ों को मिलाने के लिए जर्मनी का स्वीट हार्ट वीजा
कोरोना वायरस के समय बिछड़े प्रेमी जोड़ों को मिलाने के लिए जर्मनी का स्वीट हार्ट वीजा

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क/एएफपी। कोरोना वायरस ने दुनिया के तमाम हिस्सों को अलग-थलग कर दिया। शादीशुदा लोग भी बिछड़ गए और अब तक नहीं मिल पाए हैं। ऐसे ही कई प्रेमी जोड़े भी लॉकडाउन पूरी तरह से खुलने की राह देख रहे हैं।

जिससे वो अपने प्रेमी या प्रेमिका के पास उड़कर पहुंच सकें और उससे मिल सके। इस दिशा में अब सबसे पहले यूरोपियन यूनियन (ईयू)देशों की लिस्ट में शामिल जर्मनी ने पहला कदम उठाया है। ऐसा माना जा रहा है कि जर्मनी के इस कदम से दुनिया के बाकी देश भी कुछ सीखेंगे और ऐसे लोगों को ध्यान में रखते हुए नियम बनाएंगे।

बाहर के देशों में रहने वाले पहुंच सकेंगे जर्मनी

अब गैर शादीशुदा पार्टनर भी ईयू के बाहर के देशों से जर्मनी आ सकते हैं और जर्मनी में रहने वाले अपने पार्टनर से मिल सकते हैं। जर्मन गृह मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए उनके सामने यह साबित करने की शर्त रखी है कि उनका संबंध लंबे समय से चल रहा है। इसके लिए प्रेमी जोड़ों को ऐसे दस्तावेज मंत्रालय के सामने पेश करने होंगे जिनसे पता चले कि वे एक साथ एक ही घर में रह चुके हैं या फिर जर्मनी में आमने-सामने एक दूसरे से मिलते रहे हैं। जर्मनी में रहने वाले पार्टनर की ओर से आधिकारिक रूप से आमंत्रण पत्र भी भेजना होगा और एक अलग दस्तावेज पर दोनों पार्टनरों को हस्ताक्षर करने होंगे जिस पर लिखा हो कि वे एक दूसरे के साथ प्रेम संबंध में हैं।

अनिवार्य टेस्टिंग और क्वारंटीन नियमों का करना होगा पालन

इस सूची में ईयू के बाहर के कई देश शामिल हैं जिनमें ऐसे देश भी हैं जो इस समय कोरोना के कारण "ज्यादा जोखिम वाले" माने जा रहे हैं। ऐसे इलाकों और देशों से आने वाले पार्टनरों को भी कोरोना के लिए अनिवार्य टेस्टिंग और जरूरत पड़ने पर क्वारंटीन का पालन करना होगा। फिलहाल अमेरिका, तुर्की और ईरान हाई रिस्क वाले देशों की सूची में हैं। अलग-अलग जर्मन राज्यों में इसके लिए थोड़े अलग नियम हैं और गृह मंत्रालय ने हर यात्री से अपील की है कि वह आने से पहले ही उस राज्य के नियमों के बारे में अच्छी तरह समझ ले।

जर्मनी में लिव इन में रहने वाले जोड़ों को शादीशुदा जोड़ों जैसी मान्यता

जर्मनी में वैसे तो एक घर में साथ रहने वाले प्रेमी जोड़ों को सरकार की नजर में शादीशुदा जोड़ों जैसी ही मान्यता मिली हुई है। उन पर इनकम टैक्स के भी समान नियम लागू होते हैं लेकिन कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी की स्थिति में समानता वाली यह सोच लागू नहीं हुई। मार्च से ही जर्मनी में रहने वाले ऐसे तमाम लोग अपने गर्लफ्रेंड और ब्वायफ्रेंड से नहीं मिल पाए थे, जो ईयू के बाहर किसी देश के रहने वाले हैं वहीं शादीशुदा लोगों के पार्टनरों को वापस जर्मनी आने की अनुमति थी।

चलाए थे ऑनलाइन अभियान

महामारी के पहले से ही कई जोड़े चिंता, अकेलापन और अनिश्चितता से परेशान थे। इसे बदलने के लिए उन्होंने #LoveIsEssential और #LoveIsNotTourism जैसे कुछ ऑनलाइन अभियान भी चलाए। "लव इज नॉट टूरिज्म" अभियान के तहत गैर शादीशुदा जोड़े मांग कर रहे थे कि उन्हें भी यात्रा करने दिया जाए क्योंकि वह घूमने फिरने के लिए नहीं बल्कि अपने पार्टनर से मिलने के लिए जाना चाहते हैं।

जारी होगा स्वीटहार्ट वीजा

इस तरह के वीजा को बोलचाल की भाषा में स्वीटहार्ट वीजा भी कहा जा रहा है। कुछ दिन पहले ही यूरोपीय संघ ने सभी सदस्य देशों से अपील की थी कि वे प्रेमी जोड़ों को वीजा देने के बारे में विचार करें। सबसे पहले इसका रास्ता खोलने वाले यूरोपीय देशों में डेनमार्क और नीदरलैंड्स समेत केवल आठ ही देश शामिल थे। इस समय यूरोपीय परिषद की अध्यक्षता संभाल रहे जर्मनी के इस कदम से बाकी सदस्य देशों को भी प्रेरणा मिलने की उम्मीद है।  

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