अमेरिका में पुलिस हिरासत में मारे जाने वाले जॉर्ज फ्लायड हो चुके थे कोरोना से संक्रमित

मिनियापोलिस की पुलिस हिरासत में मरने वाले जॉर्ज फ्लॉयड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 06:49 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 08:58 PM (IST)
अमेरिका में पुलिस हिरासत में मारे जाने वाले जॉर्ज फ्लायड हो चुके थे कोरोना से संक्रमित
अमेरिका में पुलिस हिरासत में मारे जाने वाले जॉर्ज फ्लायड हो चुके थे कोरोना से संक्रमित

वाशिंगटन, रायटर्स। अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लायड की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में अमेरिका के तमाम राज्यों में सड़कों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस हिरासत में हुई इस मौत के बाद पूरी दुनिया का ध्यान इस घटना की तरफ गया है। घटना के नौवें दिन राजधानी वाशिंगटन में ह्वाइट हाउस के समीप हजारों प्रदर्शनकारी जमा हुए और मोबाइल की लाइट जलाने के साथ ही पुलिस विरोधी नारे भी लगाए। कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन देखने को मिले। हिंसा के चलते कई बड़े शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया था, लेकिन कर्फ्यू हटने के बाद कुछ जगहों पर फिर अशांति देखने को मिल रही है। राजधानी वाशिंगटन में प्रदर्शनों को रोकने के लिए सेना तैनात कर दी गई है।इसी बीच जॉर्ज फ्लॉयड के बारे में एक और खुलासा हुआ है कि वह अप्रैल में कोरोना से भी संक्रमित हो चुके थे। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की गई

मिनियापोलिस की पुलिस हिरासत में मरने वाले जॉर्ज फ्लॉयड की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जॉर्ज कोविड-19 से संक्रमित रह चुके थे। हेनेपिन काउंटी के चिकित्सा परीक्षक कार्यालय ने फ्लॉयड परिवार की अनुमति के बाद 20 पन्नों की रिपोर्ट जारी की है।

रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य चिकित्सा परीक्षक की रिपोर्ट यह भी बताया गया कि फ्लॉयड तीन अप्रैल को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे  लेकिन उसमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे। हालांकि यह भी बताया गया कि फ्लॉयड के फेफड़े स्वस्थ दिख रहे थे। हालांकि ऐसा कोई संकेत नहीं मिला कि उसकी मौत की वजह के पीछे संक्रमण है।   

पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर माइकल बेडेन और एलेशिया विल्सन के अनुसार गर्दन और पीठ पर दबाव के कारण फ्लॉयड की मौत दम घुटने से हुई। पुलिस अधिकारी द्वारा घुटने से फ्लॉयड की गर्दन को दबाए रखने से दिमाग में रक्त का प्रवाह नहीं हो पाया। पीठ पर बोझ से उसे सांस लेने में कठिनाई हुई।

हेनेपिन काउंटी मेडिकल परीक्षक ने एक रिपोर्ट में कहा कि जॉर्ज की मौत गर्दन पर पड़े दबाव के बाद दिल की धड़कन अचानक से रुकने की वजह से हुई है। उसमें कहा गया कि अधिकारी के काफी देर तक गले दबाये जाने के कारण जॉर्ज को दिल का दौरा पड़ा।

इस रिपोर्ट में मौत के 'अन्य कारणों' में फ्लॉयड का दिल की बीमारी और उच्च रक्तचाप से पीड़ित होना और फेंटानिल का नशा और हाल में मेथामफेटामाइन का इस्तेमाल करना भी बताया गया।

जानिए 25 मई को क्‍या था विवाद, जिसमें जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हो गई  

मिनियापोलिस में 46 वर्षीय जॉर्ज फ्लॉयड को एक दुकान में नकली बिल का इस्तेमाल करने के संदेह में 25 मई को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक, जॉर्ज पर आरोप लगा था कि उन्होंने 20 डॉलर (करीब 1500 रुपये) के फर्जी नोट के जरिए एक दुकान से खरीदारी की कोशिश की। पुलिस के अनुसार, जॉर्ज ने अफसरों को रोकने की कोशिश की, इसलिए उन्‍हें हथकड़ी पहना दी गई। पुलिस वाले उन्‍हें गाड़ी में बैठाने की कोशि‍श कर रहे थे, तभी जॉर्ज जमीन पर गिर गए।

 इसके बाद एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को घुटने से आठ मिनट तक जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन दबाते हुए देखा गया। वीडियो में जॉर्ज कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं सांस नहीं ले सकता (आई कांट ब्रीद), मुझे मत मारिए। बाद में फ्लॉयड की चोटों के कारण मौत हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण जॉर्ज फ्लॉयड की सुरक्षा गार्ड की नौकरी चली गई थी। 

कोरेाना वायरस से हुई ज्‍यादा अश्‍वेत नागरिकों की मौत

गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्‍या एक लाख से अधिक हो चुकी है।  अमेरिका में कोरोना वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की सबसे अधिक संख्या अश्वेत लोगों की है। जबकि यहां पर अश्वेतों की जनसंख्या मात्र 13 फीसद है। कोरोना वायरस की चपेट में आने से अश्‍वेत लोगों की मौत 50 फीसद से अधिक हुई है। 

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