राफेल सौदे पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का किनारा, कहा- डील के वक्त मैं सत्ता में नहीं था

राफेल सौदे पर भारत में चल रहे विवाद के बीच फ्रांस के मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इससे किनारा कर लिया है।

By Vikas JangraEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 05:15 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 06:31 PM (IST)
राफेल सौदे पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का किनारा, कहा- डील के वक्त मैं सत्ता में नहीं था
राफेल सौदे पर फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों का किनारा, कहा- डील के वक्त मैं सत्ता में नहीं था

न्यूयॉर्क [एएनआइ]। राफेल सौदे पर भारत में चल रहे विवाद के बीच फ्रांस के मौजूदा राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इससे किनारा कर लिया है। मैक्रों ने कहा कि जिस वक्त भारत और फ्रांस के बीच राफेल डील हुई वे सत्ता में नहीं थे। संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली से इतर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मैक्रों ने कहा, 'यह दो देशों की सरकार के बीच का सौदा था। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कुछ दिन पहले कही गई बात को ही दोहराऊंगा। मैं उस वक्त सत्ता में भी नहीं था। मैं जानता हूं कि हमारे यहां बड़े ही स्पष्ट नियम हैं।'  

मैक्रों ने आगे कहा, 'यह डील भारत और फ्रासं के बीच एक विस्तृत ढांचे का हिस्सा है। यह दोनों देशों की सेनाओं के बीच का समझौता है। मेरे लिए यह डील और यह कूटनीति बहुत ही अहम है। मैं फिर वही कहूंगा जो कुछ दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बारे में कह चुके हैं।'

गौरतलब है कि भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल जहाज खरीदने का समझौता साल 2016 में हुआ था। उस वक्त मैक्रों नहीं बल्कि फ्रांस्वा ओलांद सत्तासीन थे। ओलांद ने कुछ दिन पहले फ्रांस मीडिया को दिए एक बयान में ये कहकर भारत सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थीं कि इस डील के ऑफसेट पार्टनर के रूप में उन्होंने रिलायंस को नहीं चुना बल्कि भारत सरकार की ओर से नाम आगे बढ़ाया गया। हालांकि, बाद में उन्होंने कहा कि रिलायंस और दासौ के बीच के समझौते पर दासौ ही कुछ बता सकती है। 

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