George Floyd protests: फेसबुक ने घृणा फैलाने वाले समूह से जुड़े 200 अकाउंट हटाए
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर मौजूद ये अकाउंट समाज में घृणा फैलाने वाले प्राउड ब्वॉय और अमेरिकन गार्ड समूह से जुड़े हुए थे।
सैन फ्रांसिस्को,एजेंसी। फेसबुक ने श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले समूहों से जु़ड़े सोशल मीडिया के करीब 200 अकाउंट को हटा दिया है। ये समूह पुलिस द्वारा अश्वेत लोगों की हत्या को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में लोगों को शामिल होने को प्रोत्साहित करते हैं। कुछ मामलों में तो हथियार लेकर प्रदर्शन में भाग लेने को कहते हैं।
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर मौजूद ये अकाउंट समाज में घृणा फैलाने वाले 'प्राउड ब्वॉय' और 'अमेरिकन गार्ड' समूह से जुड़े हुए थे। खास बात यह है कि ये दोनों ही समूह इन सोशल मीडिया मंचों पर पहले से प्रतिबंधित हैं। मिनीपोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद भड़के प्रदर्शनों का लाभ उठाने की कोशिशों के मद्देनजर अधिकारी इन अकाउंट को हटाने के लिए पहले से इन पर नजर रखे हुए थे।
हथियारों के साथ जाने की कर रहे थे वकालत
फेसबुक काउंटरटेरेरिज्म और डेंजरस आर्गेनाइजेशन पॉलिसी के डायरेक्टर ब्रियान फिशमैन ने कहा, 'हमने देखा कि ये समूह प्रदर्शनों में जाने के लिए समर्थकों एवं सदस्यों को जुटाने की योजना बना रहे थे और कुछ मामलों में हथियारों के साथ जाने की वकालत कर रहे थे।' कंपनी ने अकाउंट यूजर के ब्योरे का कोई विवरण नहीं दिया है, जैसे प्रदर्शनों को लेकर उनकी क्या योजना थी और वे अमेरिका में कहां रहते हैं। कुल मिलाकर 190 अकाउंट हटाए गए हैं।
शुक्रवार को कंपनी ने इराक और अफ्रीका में लोगों के जनमत को प्रभावित करने वाले फर्जी एकाउंट को भी हटाने की घोषषणा की। इंस्टाग्राम और फेसबुक पर बनाए गए यह फर्जी एकाउंट ट्यूनीशिया में बनाए गए थे और इनका उद्देश्य इन देशों में होने वाले चुनावों को प्रभावित करना था।
गौरतलब है कि जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से लगातार विरोध-प्रदर्शन जारी है। अमेरिका के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए। इस दौरान पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों पर की गई बर्बरता भी सामने आई है। अब न्यूयॉर्क पुलिस द्वारा 75 साल के बुजुर्ग प्रदर्शनकारी को धक्का मारने का आरोप लगा है। इसके एवज में दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया था। इस एक्शन के बाद बुफालो पुलिस के 57 अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।