अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ ने किया आगाह, कहा- कोविड-19 की वजह से चीजें खराब होने वाली हैं
डॉक्टर फॉसी ने कहा है कि अमेरिका में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे है उससे देश में हालात खराब होने वाले हैं। उन्होंने ये भी कहा है कि देश में बढ़ते मामलों के पीछे सबसे बड़ी वजह डेल्टा वैरिएंट है।
वाशिंगटन (एएनआई)। अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ और सलाहकार डॉक्टर एंथनी फॉसी ने कहा है कि अमेरिका में जिस तरह से डेल्टा वैरिएंट के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए देश में चीजें और खराब होने वाली हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि भले ही देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन वो ये नहीं मानते हैं कि देश दोबारा लॉकडाउन की राह पर जा सकता है। उनके मुताबिक देश में बढ़ रहे अधिकतर मामले डेल्टा वैरिएंट की वजह से हैं।
डॉक्टर फॉसी ने एबीसी से हुए एक इंटरव्यू में कहा कि वो इस बात को नहीं मानते हैं कि देश के लोग दोबारा लॉकडाउन देखेंगे। उन्हें लगता है कि अमेरिका में फिलहाल जो वैक्सीनेटेड लोगों का प्रतिशत है वो इस महामारी को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसके बाद भी अमेरिका पिछली सर्दी वाली स्थिति नहीं आने देगा। उन्होंने ये भी कहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है उनमें इस महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है।
डॉक्टर फॉसी के मुताबिक देश में करीब 10 करोड़ लोग ऐसे हैं जो वैक्सीन लगवाने के लिए योग्य हैं लेकिन अभी तक वैक्सीन नहीं लगी है। यही वजह है कि जिन लोगों ने वैक्सीन को नहीं लिया है उन लोगों में हमें इस महामारी के अधिक मामले मिल रहे हैं। ये बात भविष्य को लेकर चिंता में डालती है। यदि ऐसा ही रहा तो हमें भविष्य में इसका दर्द भी झेलना होगा। भविष्य में देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। इसलिए ही हम बारबार इस बात को कह रहे हैं कि लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन की खुराक लेनी चाहिए। इसका केवल एक ही हल है और वो केवल वैक्सीन ही है। यदि इस महामारी से बचे रहना है तो वैक्सीन लेनी होगी।
आपको बता दें कि अमेरिका के कुछ राज्यों में वैक्सीन की रफ्तार बेहद धीमी है। जिन राज्यों में इसकी रफ्तार धीमी है वहां पर कोरोना के अधिक मामले भी सामने आ रहे हैं। डॉक्टर फॉसी समेत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी लोगों से वैक्सीन लेने की कई बार अपील कर चुके हैं। अमेरिका में हाल के कुछ सप्ताह में डेल्टा वैरिएंट की वजह से देश में कोरोना संक्रमण के मामले काफी बढ़ गए हैं। वर्तमान में ये वैरिएंट अमेरिका में काफी प्रभावी हो रहा है। इसकी वजह वैक्सीन न लेने वाले लोग हैं। सेंटर फॉर डिजील कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक देश में अब तक करीब 16 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। ये वैक्सीन के लिए योग्य आबादी का करीब 49.5 फीसद है।