शटडाउन को लेकर डोनाल्ड ट्रंप आज कर सकते हैं बड़ी घोषणा, लगाए जा रहे हैं कयास
विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब तक Donald Trump अपनी जिद नहीं छोड़ते, वे शटडाउन खत्म करने का कोई वैकल्पिक प्रस्ताव नहीं देंगे।
वाशिंगटन, द न्यूयॉर्क टाइम्स। देश में करीब एक महीने से चल रहे शटडाउन और डेमोक्रेटिक नेता व निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी के साथ बढ़ी तनातनी के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रविवार को बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं रविवार को ह्वाइट हाउस से दक्षिणी सीमा पर चल रहे मानवीय संकट और शटडाउन को लेकर घोषणा करूंगा।' इस संबंध में अन्य कोई जानकारी नहीं दी गई है।
बता दें कि ट्रंप मेकिस्को की सीमा पार कर देश में घुसने वाले अवैध शरणार्थियों को राष्ट्रीय संकट बता चुके हैं। सीमा पर दीवार बनाने के लिए उन्होंने संसद से 5.7 अरब डॉलर के बजट की मांग की थी। इस पर विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की असहमति से देश में शटडाउन चल रहा है, जिससे करीब आठ लाख संघीय कर्मचारी प्रभावित हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी दीवार को जनता के धन की बर्बादी मानती है।
विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब तक ट्रंप अपनी जिद नहीं छोड़ते, वे शटडाउन खत्म करने का कोई वैकल्पिक प्रस्ताव नहीं देंगे। बीते बुधवार को पेलोसी ने शटडाउन के चलते उपजी सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए ट्रंप से इस माह होने वाला सालाना स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन स्थगित करने या उसकी तारीख आगे बढ़ाने का आग्रह किया था।
राष्ट्रपति हर साल संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हैं। इसे स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन कहते हैं। इस सलाह पर पलटवार करते हुए ट्रंप ने गुरुवार को पेलोसी को सैन्य विमान से ब्रसेल्स और अफगानिस्तान के दौरे पर जाने से रोक दिया था। इसके बाद से ट्रंप और पेलोसी आमने सामने आ गए हैं।
सीमा-सुरक्षा के लिए फंड जोड़ सकती है डेमोक्रेटिक
ट्रंप की घोषणा के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी भी सीमा-सुरक्षा के लिए एक अरब डॉलर का अतिरिक्त फंड जोड़ने का प्रस्ताव तैयार कर रही है। इससे कई विभाग का काम दोबारा शुरू हो जाएगा। इसकी आधी रकम सीमा पर आधारभूत संरचनाएं विकसित करने में लगाई जाएगी।
डेमोक्रेटिक पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक इस प्रस्ताव पर अगले माह वोटिंग हो सकती है। बता दें कि ट्रंप कई बार डेमोक्रेटिक पार्टी को सीमा-सुरक्षा का विरोधी बताने का प्रयास कर चुके हैं। ऐसे में उनके ताजा प्रस्ताव को ट्रंप के आरोपों के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है।