आपके शरीर में इस कमी का फायदा उठाते हैं डेंगू के मच्छर, तेजी से फैलता है वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार हर साल 39 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं।
वॉशिंगटन, प्रेट्र। खून में आयरन की कमी (एनीमिया) से पीड़ित मरीजों से डेंगू वायरस (Dengue Virus) फैलने का खतरा अधिक रहता है। एक शोध के अनुसार यदि मरीज नियमित तौर पर आयरन सप्लीमेंट लेता रहे तो वायरस के संक्रमण को सीमित किया जा सकता है।
मादा एडीज मच्छरों से फैलने वाली यह बीमारी एशिया और अफ्रीका के कई देशों में महामारी बनी हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 39 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट के शोधकर्ता यह जानना चाहते थे कि डेंगू के मरीज के रक्त में आयरन की मात्रा का वायरस के प्रसार पर असर पड़ता है या नहीं।
इसके लिए कुछ स्वस्थ व्यक्तियों के खून का नमूना लिया गया। फिर उनमें डेंगू के वायरस मिलाकर मच्छरों को उनके संपर्क में लाया गया। वैज्ञानिकों ने पाया कि खून में आयरन की मात्रा जितनी अधिक थी, मच्छर उतने ही कम संक्रमित हुए। ऐसा मच्छरों की प्रतिरोधक क्षमता के कारण हुआ। दरअसल, मच्छरों के पेट की कोशिकाएं खून से आयरन ग्रहण कर उसका इस्तेमाल क्रियाशील ऑक्सीजन बनाने में करती हैं। यह ऑक्सीजन डेंगू के वायरस को नष्ट कर देती है।
कैसे फैलता है डेंगू?
डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में हो जाता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। वहीं यह मच्छर किसी और इंसान को काट लेता है तो भी इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
क्या हैं डेंगू के लक्षण
- डेंगू बुखार के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है तेज़ बुखार आना और ठंड लगना।
- ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना।
- मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना।
- शारीरिक कमज़ोरी आना, भूख न लगना
- डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।
- डेंगू के दौरान तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- डेंगू एक वायरल संक्रमण है लिहाज़ा यह बीमारी खुद-ब-खुद कुछ ही हफ़्तों में ठीक हो जाती है। बीमारी के दौरान अपने खान-पान और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें।
- डेंगू की बीमारी का इलाज इससे जुड़े लक्षणों को कम करके ही किया जाता है। ऐसे में लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टरी परामर्श लें।
- डेंगू के दौरान बुखार के लिए बाज़ार में मिलने वाली पैरासिटामॉल ही लें, किसी भी अन्य दवा का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह लिए न करें।