कोरोना वैक्‍सीन लगवाने से न घबराएं गर्भवती महिलाएं, गर्भनाल को नहीं पहुंचता कोई नुकसान

कोरोना वैक्सीन से गर्भनाल को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। ये निष्‍कर्ष गर्भनाल के पैथोलॉजिकल परीक्षण से निकाला गया है। मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन को लेकर हुए इस शोध में ये बात सामने आई है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 07:12 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 07:12 PM (IST)
कोरोना वैक्‍सीन लगवाने से न घबराएं गर्भवती महिलाएं, गर्भनाल को नहीं पहुंचता कोई नुकसान
गर्भावस्‍था के दौरान कोेरोना की वैक्‍सीन लेना सही है।

न्यूयॉर्क (आइएएनएस)। पूरी दुनिया में कोरोना की रोकथाम को लगाई जा रही वैक्‍सीन को लेकर लोगों में तरह तरह की भ्रांतियां फैली हैं। इन भ्रांतियों की वजह से कई लोग वैक्‍सीन को लगवाने से बचते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में एक नई रिसर्च सामने आई है। इसमें सामने आया है कि कोरोना वैक्‍सीन गर्भवती महिलाओं के लिए और उनके अंदर पल रहे शिशुओं के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। रिसर्च में ये भी सामने आया है कि वैक्‍सीन को लगवाने से गर्भनाल को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। इस शोध के आधार पर वैज्ञानिकों ने कहा है कि गर्भवती महिलाओं को कोरोना वैक्‍सीन से किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है।

आपको बता दें कि किसी भी महिला के गर्भ धारण करने के बाद ही सबसे पहले गर्भनाल का ही निर्माण होता है। इसके जरिए ही महिला के गर्भ में पल रहे शिशु को न सिर्फ आहार मिलता है बल्कि ये गर्भनाल शिशु के अंगों के विकास में भी एक महत्‍वपूर्ण भूमिका अदा करती है। इससे ही महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण में फेफड़े का विकास होने तक आक्सीजन पहुंचाता है। इसके साथ ही भ्रूण का पेट विकसित होने तक ये गर्भनाल ही उसको पोषण भी प्रदान करती है। इसके जरिए ही हार्मोन और इम्यून सिस्टम का भी प्रबंधन होता है और मां के शरीर को भ्रूण के विकास के लिए तैयार करता है। गर्भनाल ही भ्रूण का बचाव करते हुए उसका पालन-पोषण करता है।

ये रिसर्च नार्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के फेनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन में हुई है। रिसर्च में शामिल पैथोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर जेफरी गोल्डस्टीन का कहना है कि इंटरनेट के माध्‍यम से कोरोना वैक्‍सीन को लेकर तरह तरह की भ्रांतियां फैल रही हैं। इनमें कहा जा रहा है कि वैक्सीन लेने से से प्रतिरक्षी प्रतिक्रिया (इम्यून रेस्पांस) बढ़ जाती है जिससे महिला के गर्भ गिरने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन लेकिन आब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनकोलॉजी जर्नल में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि इंटरनेट पर फैल रही भ्रांतियों में कोई सच्‍चाई नहीं है।

इस नई रिसर्च से वैज्ञानिकों ने निष्‍कर्ष निकाला है कि कोविड वैक्सीन गर्भनाल को नुकसान नहीं पहुंचाती है। रिसर्च के मुताबिक कोविड वैक्‍सीन लेने के बाद महिला के गर्भ में पल रहे बच्‍चे में खून का प्रवाह असामान्‍य नहीं होता है। शोधकर्ताओं की टीम ने शिकागो के प्रेंटिस वुमेंस हॉस्पिटल में प्रसव कराने वाली महिलाओं पर अध्ययन किया है। इस शोध में 84 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया जिन्‍होंने कोविड वैक्सीन ली थी। इसके अलावा रिसर्च में 116 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया था जिन्‍होंने कोविड वैक्सीन नहीं ली थी। इनसे एकत्र गर्भनाल का बच्चे के जन्म के बाद पैथोलॉजिकल परीक्षण किया गया।

रिसर्च के दौरान शामिल महिलाओं में से अधिकांश ने गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में मॉडर्ना या फाइजर की वैक्सीन ली थी। रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने कोविड संक्रमित मांओं और उनके गर्भ में पल रहे भ्रूण के बीच असामान्य रक्त प्रवाह का भी अध्ययन किया। इसमें पाया गया कि गर्भनाल को नुकसान की दर वैक्सीन ले चुकी और वैक्सीन नहीं लेने वाली महिलाओं में बराबर ही थी।

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