अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज मरीजों को दोबारा बीमार बना रहा कोरोना वायरस, सरकार ने दिया यह सुझाव

चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस उन लोगों को दोबारा बीमार बना रहा है जिन्‍हें अस्‍पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बारे में सरकार ने नई एडवाइजरी जारी की है....

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 04:35 PM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 04:45 PM (IST)
अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज मरीजों को दोबारा बीमार बना रहा कोरोना वायरस, सरकार ने दिया यह सुझाव
अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज मरीजों को दोबारा बीमार बना रहा कोरोना वायरस, सरकार ने दिया यह सुझाव

बीजिंग/शंघाई, रॉयटर। चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस उन लोगों को दोबारा बीमार बना रहा है जिन्‍हें अस्‍पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। चीन के दक्षिण पश्चिमी सिचुआन प्रांत (Sichuan province) के चेंगदू शहर (Chengdu city) में उस शख्‍स को दोबारा अस्‍पताल में दाखिल कराना पड़ा जिसको बीमारी ठीक होने के बाद डिस्‍चार्ज कर दिया गया था। अस्‍पताल में दोबारा भर्ती कराए गए शख्‍स की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। शहर का सार्वजनिक स्वास्थ्य नैदानिक केंद्र की ओर से यह जानकारी दी गई है।

समाचार एजेंसी रॉयटर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मरीज को डिस्‍चार्ज किए जाने के 10 दिन बाद की गई जांच में उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात सामने आई है। ऐसा नहीं है कि चीन में यह अपनी तरह की कोई इकलौती घटना है। आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दूसरे इलाकों से भी ऐसी घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। चीन के अखबार पीपुल्‍स डेली ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि किसी भी डिस्‍चार्ज किए जा चुके मरीज में दोबारा कोरोना वायरस की पुष्टि नमूनों में विसंगति (discrepancy in samples) के कारण हो सकती है।

हालांकि, आधिकारिक गाइड लाइन में कहा गया है कि डिस्‍चार्ज किए गए मरीजों की दोबारा जांच निगेटिव आनी चाहिए। ऐसे में वायरस के इस व्‍यवहार से डॉक्‍टर भी हैरत में हैं। अखबार People's Daily ने सिचुआन प्रांत (Sichuan province) में वायरस के कारण होने वाली न्‍यूमोनिया का इलाज कर रहे एक डॉक्‍टर (Lei Xuezhong) के हवाले से कहा है कि अस्पतालों ने मरीजों को छुट्टी देने से पहले होने वाली जांच में नाक और गले की सूजन के परीक्षण का उपयोग किया लेकिन अब फेफड़ों से निकलने वाले नमूनों की जांच भी जरूरी है।

एक दूसरी घटना हुबेई प्रांत से सामने आई है जिसमें एक 70 वर्षीय व्‍यक्ति में 27 दिनों तक कोरोना वायरस का लक्षण नजर नहीं आया। बाद में वह कोरोना से संक्रमित पाया गया। इन घटनाओं से सबक लेते हुए चीन के राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य आयोग सुझाव दिया है कि अस्‍पताल से जिन मरीजों को छुट्टी दे दी गई हो उनके स्‍वास्‍थ्‍य की निगरानी अगले 14 दिनों तक जरूरी है। इस दौरान मरीजों को बाहर के लोगों से मेल मुलाकात नहीं करनी चाहिए और हमेशा मास्‍क का इस्‍तेमाल करना चाहिए। स्‍थानीय सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस का इंक्‍यूबेशन पीरियड (Incubation Period) 14 दिनों से भी अधिक हो सकता है। 

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