Coronavirus in India: अमेरिका से चिकित्सा सामग्री भारत भेजने में हुई देरी, जानें- क्या है कारण

वायु सेना के तीन सी-5 सुपर गैलेक्सी विमानों और एक सी-17 ग्लोबमास्टर को सोमवार को भारत रवाना होना था। लेकिन ये विमान निर्धारित समय पर उड़ान नहीं भर सके। हालांकि अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि भारत को आपातकालीन सहायता पर इसका किस प्रकार असर पड़ेगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 10:33 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 10:33 PM (IST)
Coronavirus in India: अमेरिका से चिकित्सा सामग्री भारत भेजने में हुई देरी, जानें- क्या है कारण
रखरखाव संबंधी कारणों से भारत के लिए नहीं उड़ सके विमान (फाइल फोटो)

 वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिकी वायु सेना के जो विमान आवश्यक चिकित्सा सामग्री लेकर भारत जाने वाले थे, उनकी उड़ान में बुधवार तक की देरी हो गई है। पेंटागन ने बताया कि रखरखाव संबंधी कारणों से यह देरी हुई है। वायु सेना के तीन सी-5 सुपर गैलेक्सी विमानों और एक सी-17 ग्लोबमास्टर को सोमवार को भारत रवाना होना था। लेकिन ये विमान निर्धारित समय पर उड़ान नहीं भर सके। हालांकि, अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि भारत को आपातकालीन सहायता पर इसका किस प्रकार असर पड़ेगा। इससे पहले दिन में पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने संवाददाताओं को बताया था कि अमेरिकी विमानों के जरिये भारत में चिकित्सा सहायता की आपूर्ति जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण संकट से जूझ रही भारत की सरकार और वहां की जनता को हमारी सहायता जारी रहेगी।

भारतीय मूल के तीन भाई-बहनों ने 2.80 लाख डालर जुटाए

कोरोना से लड़ाई में भारत की मदद करने के लिए भारतीय मूल के तीन भाई-बहनों ने 2.80 लाख डालर (लगभग दो करोड़ रुपये) जुटाए हैं। गैरलाभकारी संगठन लिटल मेंटर्स के संस्थापक तीनों भाई-बहनों ने अपने स्कूली मित्रों और उनके स्वजनों के पास जाकर यह राशि जुटाई है। इस राशि का इस्तेमाल वे भारत के लिए आक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर का इंतजाम करने में करेंगे। स्कूल में पढ़ने वाली जिया, करीना और अरमान गुप्ता ने कहा कि हमारा अनुरोध सिर्फ इतना है कि काम के बाद इन उपकरणों को लौटा दिया जाए, ताकि यह अन्य मरीजों के काम आ सके।

 सांसदों ने वैक्सीन भेजने की योजना की जानकारी मांगी

अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने बाइडन प्रशासन से इस बात की जानकारी मांगी है कि वह भारत और अन्य देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने को लेकर किस तरह की योजना बना रहा है। विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन और स्वास्थ्य और मानव सेवा मंत्री जेवियर बेसेरा को लिखे पत्र में चार सांसदों ने छह करोड़ एस्ट्राजेनेका वैक्सीन अन्य देशों को मुहैया कराने के फैसले का भी स्वागत किया है। अमेरिका इन टीकों का इस्तेमाल अपने यहां नहीं करेगा। पत्र लिखने वाले सांसदों में राजा कृष्णमूर्ति, कैरोलिन मैलोनी, जेम्स क्लायबर्न और स्टीफन शामिल हैं।

 मैकएवाय ने की मदद की अपील

हालीवुड स्टार जेम्स मैकएवाय ने अपने प्रशंसकों से कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत की मदद की अपील की है। एक्स-मैन और अनब्रेकेबल के प्रसिद्ध अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर क्राउडफंडिंग अभियान शुरू करने का एलान किया। इससे प्राप्त राशि से भारत के लिए आक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य चिकित्सा सामग्रियों की खरीद की जाएगी।

जीवन रक्षक उपकरण भेजेगा इजरायल

कोरोना वायरस से लड़ाई में मदद के लिए इजरायल जीवन रक्षक उपकरण पूरे एक सप्ताह तक भारत भेजेगा। जो चिकित्सा सामग्री भेजी जाएगी, उनमें आक्सीजन जेनेरेटर और श्वासयंत्र शामिल हैं। विदेश मंत्री गबी अश्केनाजी ने एक बयान जारी कर कहा कि भारत इजरायल के सबसे करीबी और महत्वपूर्ण मित्रों में शामिल है। भारत जब मुश्किल घड़ी का सामना कर रहा है, ऐसे में हम उसके साथ खड़े हैं। हम अपने भारतीय भाइयों और बहनों के लिए जीवन रक्षक सामग्री भेजेंगे। उन्होंने आगे कहा कि भारत और इजरायल के बीच सामरिक साझेदारी है। हमारा संबंध राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक मुद्दों तक फैला हुआ है।

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