Joe Biden meets Vladimir Putin: बाइडन-पुतिन की वार्ता पर चीन की पैनी नजर, उठे सवाल- क्या US जी-7 के एजेंडे को आगे बढ़ाने में होगा कामयाब
इस मुलाकात पर चीन की निगाहें भी टिकी हैं। खास बात यह है कि दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर एवं तमाम मसलों पर अमेरिका और चीन के बीच टकराव और मतभेद बना हुआ है।
वाशिंगटन, एजेंसी। Joe Biden meets Vladimir Putin: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 16 जून को स्विट्जरलैंड की राजधानी जेनेवा में रूस में अपने समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात पर चीन की निगाहें भी टिकी हैं। खास बात यह है कि दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय हो रही है, जब कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर एवं तमाम मसलों पर अमेरिका और चीन के बीच टकराव और मतभेद बना हुआ है। इतना ही नहीं जी-7 की बैठक में अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों ने चीन पर नकेल कसने के तिए रोडमैप तैयार किया है। उधर, रूस और अमेरिका के संबंधों में भी तनाव बना हुआ है। ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के प्रमुखों की इस मुलाकात से अमेरिका और रूस के बीच तल्ख रिश्तों में नरमी आ सकती है। इस लिहाज से भी बाइडन की पुतिन से मुलाकात खासा मायने रखती है।
अमेरिका-रूस के बीच भविष्य में बेहतर संबंध की बहाली के संकेत
हाल में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने जानकारी देते हुए कहा कि दोनों देशों के शीर्ष नेता व्यापक मुद्दों पर चर्चा करेंगे क्योंकि हम अमेरिका-रूस के बीच भविष्य में बेहतर संबंध की बहाली और स्थिरता चाहते हैं। यह वार्ता दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को खत्म करने और रिश्तों में सकारात्मक पहल को लेकर होगी। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने दोनों देशों के संबंधों में सुधार की पहल करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को न्योता भेजा था। प्रेस सचिव ने कहा कि रूस की तरफ से अब तक उठाए गए कदम अमेरिका की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाते हैं। हम अपने राष्ट्रहितों की रक्षा करेंगे। इसके पूर्व पिछले दिनों राष्ट्रपति बाइडन ने पुतिन से फोन पर बात की थी। उन्होंने यूक्रेन और क्रीमिया में अचानक होने वाली रूसी सेना की गतिविधियों को लेकर चिंता प्रकट की थी।
बाइडन का एजेंडा