क्लॉटिंग की शिकायत के बाद Johnson & Johnson's की वैक्सीन पर अमेरिका ने जारी किया अलर्ट, जानें क्‍या है मामला

अमेरिका में कोरोना महामारी के प्रसार के बीच जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है। अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने इसके इस्‍तेमाल पर तत्‍काल रोक लगाने को कहा है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 05:32 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 10:39 PM (IST)
क्लॉटिंग की शिकायत के बाद Johnson & Johnson's की वैक्सीन पर अमेरिका ने जारी किया अलर्ट, जानें क्‍या है मामला
क्लॉटिंग के चलते अमेरिका ने जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर दी रोक की सलाह । फाइल फोटो।

वाशिंगटन, एजेंसी। Johnson & Johnson's Covid-19 vaccine over blood clot concerns:  अमेरिका ने कोरोना महामारी के प्रसार के बीच जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है। अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र  (सीडीसी) और अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने इसके इस्‍तेमाल पर तत्‍काल रोक लगाने को कहा है। बता दें कि एस्ट्राजेनेका के बाद जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन पर क्लॉटिंग से जुड़े सवाल उठ रहे हैं। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को लेकर कुछ समय से कहा जा रहा है कि इसे लेने वालों में ब्लड क्लॉटिंग के मामले मिल रहे हैं।

बुधवार को टीकाकरण सलाहकार समिति की बैठक बुलाई

इस बयान में आगे कहा गया है कि सीडीसी ने इन मामलों की समीक्षा के लिए बुधवार को टीकाकरण सलाहकार समिति की बैठक बुलाई है। इसके बाद एफडीए उस विश्‍लेषण की समीक्षा करेगा। इसमें कहा गया है कि जब तक एफडीए की समीक्षा प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती है, तब तक इस टीके के उपयोग में सावधानी बरतनी चाहिए। बता दें कि अमेरिका में अब तक 68 लाख लोगों को इस वैक्‍सीन की खुराक दी जा चुकी है। इसमें छह लोगों में  रक्त के थक्के पाए जाने की शिकायत पाई गई है। इन लोगों में यह लक्षण टीकाकरण के 6 से 13 दिन बाद प्रकट हुए हैं।

अमेरिका में चार क्लिनिक्स पर लगी रोक

अमेरिका में चार क्लिनिक्स में जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्‍सीन पर प्रतिबंध लगा दिया है। जॉर्जिया के क्यूमिंग्स में स्थित इन क्लिनिक्स में आठ लोगों को वैक्सीन लेने के बाद साइड इफेक्ट का सामना करना पड़ा है। अधिकारियों को अभी तक ये समझ नहीं आया है कि डोज लेने वाले इन आठ लोगों को किस तरह का रिएक्शन हुआ है। लेकिन उन्होंने कहा है कि कोई भी वैक्सीन लेने वाले एडलट्स में ऐसा रिएक्शन आम बात है। उन्होंने टीकाकरण रोकने के पीछे का कारण बढ़ते मामलों को बताया है। ये आठ लोग उन 425 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन दी गई है।

तीन अन्य राज्यों में भी मिले केस

अमेरिका के तीन अन्य राज्यों की क्लिनिक्स में भी यह शिकायत सामने आई है। हालांकि, कोलोराडो वाली साइट पर जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन को लगाने का काम फिर से शुरू हो गया है। यहां एक डोज लेने के बाद ही 11 लोगों को साइड इफेक्ट हुआ था। इसके अलावा उत्तरी कैरोलीना में भी 18 लोगों को वैक्‍सीन का साइड इफेक्ट का मामला सामने आया है। इनमें से चार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ब्रिटेन में भी एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर उठे सवाल

उधर, ब्रिटेन के ड्रग रेगुलेटर एमएचआरए को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लेने वाले 2 करोड़ में से तीन लोगों में कैपिलरी लीक सिंड्रोम की समस्या का पता चला है। हालांकि, अभी तक ऐसे पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, जो साफतौर पर ये बताते हों कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के कारण की खून के थक्के की समस्या होती है। ईएमए का कहना है कि वह क्लॉटिंग से जुड़ी कुछ रिपोर्ट्स की समीक्षा कर रहा है, जिसमें जॉनसन एंड जॉनसन की कोविड वैक्सीन भी शामिल है। इसमें एस्ट्राजेनेका जैसी तकनीक का ही इस्तेमाल किया गया है। वैक्सीन लाने वाले लोगों में कम प्लेटलेस्ट के साथ खून के थक्के जमने के चार गंभीर मामले मिले हैं, इनमें से एक मरीज की मौत भी हो गई है।

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