जॉब पर जाने के बाद मोटापे के ज्यादा शिकार होते हैं लोग, महिलाओं पर ज्यादा असर
अध्ययन में कहा गया है कि किशोरावस्था के बाद जब लोग युवावस्था में प्रवेश करते हैं तो कई लोगों में वजन बढ़ने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं।
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। स्कूल छोड़ने के बाद जब लोग काम पर जाना शुरू करते हैं तो इससे उनकी शारीरिक गतिविधियां कम हो जाती हैं और इसके बाद उनमें मोटापे जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को झेलनी पड़ती है और उनका वजन पुरुषों के मुकाबले दोगुना तेजी से बढ़ने लगता है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है।
अध्ययन में कहा गया है कि किशोरावस्था के बाद जब लोग युवावस्था में प्रवेश करते हैं तो कई लोगों में वजन बढ़ने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। इसका एक कारण यह भी है कि वे लोग पर्याप्त शारीरिक गतिविधियां नहीं कर पाते और उनकी दिनचर्या अनियमित हो जाती है, जिसका सीधा असर उनके शरीर पर देखने को मिलता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि वजन बढ़ने की समस्या खानपान और शारीरिक गतिविधियों के व्यवहार में बदलाव के कारण पनपती है, जिसका असर युवावस्था के बाद पूरी जिंदगी देखने को मिलता है।
शारीरिक गतिविधियों में कमी
अमेरिका की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एलेनर विम्पनी ने कहा, 'स्कूल और कॉलेज खत्म होने के बाद जब लोग रोजगार पा लेते हैं तो वे उतनी शारीरिक गतिविधियां नहीं कर पाते, जितनी शरीर को जरूरत होती है। ऐसे में लोग यदि अपनी दिनचर्या में बदलाव नहीं लाते हैं तो वजन बढ़ने की समस्या आजीवन उनके साथ बनी रहती हैं और इसके साथ-साथ उन्हें अन्य बीमारियां भी घेरने लगती हैं। इसीलिए लोगों को चाहिए कि वे अपनी जीवनशैली में समय के साथ-साथ बदलाव लाएं ताकि स्वस्थ्य जीवन जी सकें।'
महिलाओँ में वजन बढ़ने के ज्यादा मामले
ओबिसिटी रिव्यू नामक जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने ऐसे लोगों की शारीरिक गतिविधि, खान-पान और वजन का विश्लेषण किया जो पढ़ाई खत्म कर जॉब करने लगे थे। इस दौरान उन्होंने पाया कि जिन लोगों की दिनचर्या अनियमित थी और जो लोग शारीरिक गतिविधि नहीं कर पाते थे, उनमें मोटापे की शिकायत ज्यादा देखी गई। खास तौर पर महिलाएं जब मां बनती है तो उनमें वजन बढ़ने की मामले ज्यादा देखे गए।