काप-26 सम्मेलन से अनुपस्थित चिनफिंग व पुतिन पर बिफरे बाइडन, जलवायु सम्मेलन में 120 से अधिक नेताओं ने लिया हिस्‍सा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ग्लासगो में चल रहे संयुक्त राष्ट्र के काप-26 जलवायु सम्मेलन में प्रतिभाग न करने वाले चीन व रूस के नेताओं की कड़ी आलोचना की। स्काटलैंड के सबसे बड़े शहर में आयोजित इस सम्मेलन में 120 से अधिक नेताओं ने प्रतिभाग किया।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 03 Nov 2021 06:04 PM (IST) Updated:Wed, 03 Nov 2021 06:21 PM (IST)
काप-26 सम्मेलन से अनुपस्थित चिनफिंग व पुतिन पर बिफरे बाइडन, जलवायु सम्मेलन में 120 से अधिक नेताओं ने लिया हिस्‍सा
काप-26 सम्मेलन से अनुपस्थित चिनफिंग व पुतिन पर बिफरे बाइडन।

वाशिंगटन एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ग्लासगो में चल रहे संयुक्त राष्ट्र के काप-26 जलवायु सम्मेलन में प्रतिभाग न करने वाले चीन व रूस के नेताओं की कड़ी आलोचना की। स्काटलैंड के सबसे बड़े शहर में आयोजित इस सम्मेलन में 120 से अधिक नेताओं ने प्रतिभाग किया। बीबीसी के अनुसार, मंगलवार की रात अपने भाषण में बाइडन ने कहा, 'जलवायु बड़ा मुद्दा है और इससे गहरे तौर पर जुड़े चीन व रूस ने दूरी बना ली।' सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन व चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग मौजूद नहीं थे। हालांकि, दोनों देशों ने 12 नवंबर तक चलने वाले इस सम्मेलन के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल भेजा है।

सम्मेलन से चिनफिंग की अनुपस्थिति एक बड़ी चूक

अमेरिका के बाद चीन दुनिया का दूसरा तथा यूरोपीय यूनियन व भारत के बाद रूस पांचवां सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करने वाला देश है। बाइडन के भाषण से पहले पुतिन ने वन प्रबंधन पर वर्चुअल रूप से सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान पुतिन ने कहा कि वन व वनक्षेत्र के संरक्षण के लिए रूस बहुत ही सख्त व प्रभावी कदम उठा रहा है। बीबीसी के अनुसार, चीन, रूस व सऊदी अरब जैसे देशों की भूमिका के संबंध में पूछे गए सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'चीन भले ही दुनिया का नेता बनने की इच्छा रखता हो, लेकिन उसका काम नजर नहीं आ रहा है।' उन्होंने कहा कि सम्मेलन से चिनफिंग की अनुपस्थिति एक बड़ी चूक है। बाइडन ने पुतिन के लिए भी ऐसा ही कहा। उन्होंने कहा, 'रूस का जंगल जल रहा है और उसके राष्ट्रपति मौन साधे हुए हैं।'

काप 26 में नहीं पहुंचे राष्‍ट्रपति पुतिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जलवायु शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, दुर्भाग्य से, पुतिन ग्लासगो के लिए उड़ान नहीं भरेंगे। पुतिन ने आधिकारिक घोषणा पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन 13 अक्टूबर को मास्को में एक अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा मंच पर बोलते हुए रूसी नेता ने यात्रा करने के अपने निर्णय में एक कारक के रूप में कोरोना वायरस महामारी का हवाला दिया था। उन्होंने कहा कि मुझे अभी तक यकीन नहीं है कि मैं व्यक्तिगत रूप से काप 26 में भाग लूंगा, लेकिन मैं निश्चित रूप से इसमें भाग लूंगा।

जलवायु सम्मेलन में नदारद रहे तुर्की के राष्‍ट्रपति

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया। तुर्की के राष्ट्रपति ने इसकी वजह सुरक्षा कारणों को बताया है। तुर्की के मीडिया के हवाले से जानकारी दी है कि सोमवार को ग्लासगो में जारी सम्मेलन में भाग लेने से इनकार करते हुए तुर्की ने कहा है कि ब्रिटेन उनकी सुरक्षा मांगों को पूरा करने में असफल रहा है। इससे भी दिलचस्प बात यह है कि बीते सप्ताह शनिवार और रविवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन जी-20 सम्मेलन में रोम में ही थे। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मुलाकात की और फिर उनका वहां से स्काटलैंड के ग्लासगो में जारी काप 26 सम्मेलन में पहुंचने का कार्यक्रम था।

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