अमेरिका ने बायो फ्यूल से यात्री विमान की पहली सफल उड़ान भरी, शिकागो से वाशिंगटन तक तय किया सफर
एक इंजन में बायो फ्यूल और दूसरे में जेट फ्यूल डाला गया। सौ यात्रियों को लेकर पहली सफल कमर्शियल फ्लाइट। कंपनी ने ट्वीट करके बताया कि यह पहली वाणिज्यिक उड़ान बुधवार को शिकागो के ओहेयर एयरपोर्ट से रवाना होकर वाशिंगटन पहुंची।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका की यूनाइटेड एयरलाइंस ने नया इतिहास रच दिया है। पहली बार उसके विमान ने दो में से एक इंजन में बायो फ्यूल (हरित ईंधन) का इस्तेमाल करते हुए पहली सफल उड़ान भरी।
कंपनी ने ट्वीट करके बताया कि यह पहली वाणिज्यिक उड़ान बुधवार को शिकागो के ओहेयर एयरपोर्ट से रवाना होकर वाशिंगटन पहुंची। उड़ान भरने के लिए विमानन इतिहास स्पष्ट है। विश्व के पहले यात्री विमान में रीगन एयरपोर्ट पर सौ फीसद बायो फ्यूल (सस्टेंनेबल फ्यूल-एसएएफ) का इस्तेमाल किया गया।
विमान के जेट इंजन में गैर पेट्रोलियम फीडस्टाक डाला गया। यह बायो फ्यूल पेट्रोलियम पदार्थ से इतर कृषि और अन्य उत्पादों के अवशेषों से बनाया गया है।
अमेरिकी एयरलाइंस यूनाइटेड के नए बोइंग 737 मैक्स आठ जेट में सौ यात्री सवार थे। इस विमान के एक इंजन में 500 गैलन बायो फ्यूल भरा गया जबकि दूसरे इंजन में 500 गैलन परंपरागत जेट फ्यूल डाला गया। यूनाइटेड के सीईओ स्काट किर्बी ने बयान जारी करके कहा कि इस बायो फ्यूल में पेट्रोलियम पदार्थ वाले जेट फ्यूल जितना अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता है। ऐसी उड़ान का लाभ यह है कि इस उड़ान से वातावरण प्रदूषित नहीं होगा और हम पर्यावरण में कार्बन की बढ़ोतरी करने में न्यूनतम योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि वह जेट फ्यूल से दोगुना अब बायो फ्यूल खरीदा करेंगे, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रहे।