चीनी कंपनियां सीधे कम्युनिस्ट पार्टी को भेज रहीं लोगों के पते और फोन नंबर : पोंपियो

अमेरिका में कारोबार कर रही टिकटॉक और वीचैट जैसी तमाम चीनी साफ्टवेयर कंपनियां डाटा सीधे चाइना कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) को ट्रांसफर कर रही हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 06:12 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 06:12 PM (IST)
चीनी कंपनियां सीधे कम्युनिस्ट पार्टी को भेज रहीं लोगों के पते और फोन नंबर : पोंपियो
चीनी कंपनियां सीधे कम्युनिस्ट पार्टी को भेज रहीं लोगों के पते और फोन नंबर : पोंपियो

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने चीन पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका में कारोबार करने वाली चीनी साफ्टवेयर कंपनियां चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी को सीधे डाटा भेज रही हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब दोनों देशों के बीच संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह कहा था कि वह जल्द ही चीनी एप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाएंगे।

पोपियो ने रविवार को फॉक्स न्यूज से कहा कि अमेरिका में कारोबार कर रही टिकटॉक और वीचैट जैसी तमाम चीनी साफ्टवेयर कंपनियां डाटा सीधे चाइना कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) को ट्रांसफर कर रही हैं। इस डाटा में लोगों के घरों के पते, फोन नंबरों और उनके दोस्तों के बारे में जानकारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि इन मसलों को राष्ट्रपति ट्रंप सुलझाने जा रहे हैं। ये वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। यह अमेरिकी नागरिकों की निजता का मुद्दा है।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने गत जुलाई में कहा था कि ट्रंप प्रशासन निजता चिंताओं को लेकर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का विचार कर रहा है। कई अमेरिकी सांसद भी यह आशंका जता चुके हैं कि चीन टिकटॉक के जरिये राष्ट्रपति चुनाव में दखल दे सकता है। इस वजह से ट्रंप ने इस एप को बैन करने की बात कही है। उधर अब इस एप को माइक्रोसॉफ्ट को बेचने की बातचीत चल रही है।

जिसकी वजह से बैन करने पर रोक लग जाने की बात सामने आई थी मगर ट्रंप किसी भी तरह से इस कंपनी का स्वामित्व बदले जाने के बाद भी इसको चलने देने के पक्ष में नहीं है। मालूम हो कि भारत के साथ गलवन घाटी में सैनिकों की हुई झड़प के बाद भारत ने सभी चाइनीज एप को बंद करने की घोषणा कर दी थी, उसके बाद अब अमेरिका ने भी इस दिशा में कदम उठाया है।

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