2018 में अमेरिका ने दस हजार भारतीयों को हिरासत में लिया, 831 को भेजा वापस
इमिग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट (आइसीई) एजेंसी द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीयों की संख्या 2015 के मुकाबले 2018 में करीब तीन गुनी हो गई।
वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले साल करीब दस हजार भारतीयों को हिरासत में लिया था। उन्हें अमेरिका में बगैर किसी वैध दस्तावेज के दाखिल होने के आरोपों में पकड़ा गया था। इनमें से 831 भारतीयों को वापस भारत भेज दिया गया था।
अमेरिकी सरकार के जवाबदेही कार्यालय ने मंगलवार को अपनी एक रिपोर्ट में बताया कि इमिग्रेशन एंड कस्टम इंफोर्समेंट (आइसीई) एजेंसी द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीयों की संख्या 2015 के मुकाबले 2018 में करीब तीन गुनी हो गई। 2015 में 3,532 भारतीयों को हिरासत में लिया था जबकि 2016 में 3,913 और 2017 में 5322 भारतीयों को पकड़ा गया था। वर्ष 2018 में यह आंकड़ा बढ़कर 9,811 हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, आइसीई ने 2015 में 387, 2016 में 387 और 2017 में 47 भारतीयों को अमेरिका से बाहर किया था।
अमेरिका से जबरन भारत भेजे गए थे नागरिक
अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश के प्रयास में पकड़े गए 145 भारतीयों को गत नवंबर में जबरन भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया था। गत अक्टूबर में अमेरिका के दबाव में मेक्सिको ने पहली बार 311 भारतीयों को पकड़कर जबरन स्वदेश भेजा था।
ट्रंप ने अपना रखा है सख्त रवैया
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में अवैध रूप से दाखिल होने वालों को लेकर सख्त रवैया अपना रखा है। उन्होंने यह वादा किया है कि अवैध आव्रजन रोकने के लिए मेक्सिको से लगती सीमा पर दो साल में दीवार खड़ी कर दी जाएगी।