भाजपा में व्यक्ति बड़ा नहीं, पार्टी की अहमियत बड़ी : सुकांत

संवादसूत्र रायगंज भाजपा में व्यक्ति बड़ा नहीं होता पार्टी की अहमियत बड़ी होती है। यह पार्टी पांच

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Oct 2021 09:07 PM (IST) Updated:Fri, 29 Oct 2021 09:07 PM (IST)
भाजपा में व्यक्ति बड़ा नहीं, पार्टी की अहमियत बड़ी : सुकांत
भाजपा में व्यक्ति बड़ा नहीं, पार्टी की अहमियत बड़ी : सुकांत

संवादसूत्र, रायगंज : भाजपा में व्यक्ति बड़ा नहीं होता, पार्टी की अहमियत बड़ी होती है। यह पार्टी पांच हजार वर्ष से अधिक भारतीय संस्कृति और दर्शन का धारक व वाहक के रूप में काम करती आ रही है। इसलिए इसकी क्षमता अक्षुण्ण और चिरकालीन है। उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार ने भाजपा उत्तर दिनाजपुर जिला कमेटी के तत्वावधान में रायगंज के इंस्टीच्यूट हॉल में आयोजित विजय मिलन व अभिनंदन समारोह के कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, जिलाध्यक्ष वासुदेव सरकार समेत कई दिग्गज नेता और काफी तादात में कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि वे पश्चिम बंगाल को जो बनाना चाहती है, वह चिंता का विषय है। तुष्टीकरण की नीति को बढ़ावा देकर एक सम्प्रदाय विशेष को खुश करने के लिए गणतंत्र को कुंठित कर रही है। बाग्लादेश में हिंदुओं के आस्था को कुचला जा रहा है, लेकिन उनके मुख से विरोध का एक बोल नहीं निकला। बंगाल को गर्त में मिलाकर अब गोआ का ख्वाब देख रही हैं। उन्हें सोचना चाहिए कि पश्चिम बंगाल से काफी तादात में प्रवासी श्रमिक गोआ जा रहे हैं क्योंकि वहां अच्छी खासी मजदूरी मिलती है, लेकिन यहाँ सौ दिन रोजगार योजना का आधा पारिश्रमिक भी तृणमूल नेताओं के जेब में चला जाता है, ऐसे में गोआ के लोग उन्हें क्यों पसंद करेंगे। भाजपा के केंद्र सरकार की योजनाओं का श्रेय अपने नाम करने से वाहवाही नहीं लूटी जा सकती है, दम हो तो अपने बूते पर कुछ करके दिखाएं। राज्य सरकार के पास स्वास्थ्य साथी योजना का बकाया चुकता करने का क्षमता नहीं है। इसलिए नर्सिंग होम के कर्णधारों को बकाया वसूलने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ता है। वे दिन दूर नहीं कि प्रधानमंत्री के आयुष्मान भारत योजना लागू करने के लिए मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से गुहार लगाएंगी। रायगंज के विधायक कृष्ण कल्याणी के भाजपा छोड़कर तृणमूल में शामिल होने के बारे में कहा कि जो व्यक्तिगत लाभ के लिए आए थे, उनका जाना ही स्वाभाभविक है। उन्हें यदि व्यक्तिगत क्षमता पर गर्व है तो नैतिकता के खातिर विधायक पद से इस्तीफा देकर जाना चाहिए और एकबार फिर चुनाव लड़कर आजमाइश कर लेना चाहिए कि किसमे कितना है दम। भाजपा की शक्ति निचले स्तर के कार्यकर्ता में निहित है, विधायक अथवा सासद में नहीं है। भाजपा का अस्तित्व कायम है और आगे भी बना रहेगा।

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