प्रोगरेसिव टोटो ड्राइवर यूनियन का गठन

जागरण संवाददाताउत्तर दिनाजपुर लापरवाह टोटो चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:34 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:34 PM (IST)
प्रोगरेसिव टोटो ड्राइवर यूनियन का गठन
प्रोगरेसिव टोटो ड्राइवर यूनियन का गठन

जागरण संवाददाता,उत्तर दिनाजपुर: लापरवाह टोटो चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने का प्रयास शुरू किया गया है। साथ ही इस्लामपुर प्रखंड के पंडितपोता-1 ग्राम पंचायत के चालकों को एक छत्र के नीचे लाने के लिए पहल भी की गयी। इस संदर्भ में पंडितपोटा-1 ग्राम पंचायत के स्वास्थ्य केंद्र में 150 से अधिक टोटो चालकों की मौजूदगी में मंगलवार को तृणमूल काग्रेस समर्थित आईएनटीटीयूसी का प्रोग्रेसिव टोटो ड्राइवर यूनियन का गठन किया गया। तृणमूल काग्रेस समर्थित आईएनटीटीयूसी के जिला महासचिव नूरउद्दीन के नेतृत्व में पंडितपोता-1 ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि अब्दुल मजीद की मौजूदगी में प्रत्येक टोटो पर यूनियन का स्टीकर लगा दिया गया । भविष्य में संगठन टोटो या टोटो चालकों पर नजर रखेगा ताकि आम जनता के साथ-साथ यात्रियों को भी कोई शिकायत न हो। प्रोग्रेसिव टोटो ड्राइवर्स यूनियन यह भी सुनिश्चित करेगी कि टोटो चालकों के साथ कोई अन्याय न हो। आईएनटीटीयूसी के जिला महासचिव नुरउद्दीन ने बताया कि टोटो चालकों को ट्रैफिक नियम संबंध में जागरूक करने एवं उनके समस्याओं को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर भी चर्चा हुई है। भविष्य में टोटो चालकों के कारण आम लोगों को यातायात संबंधित किसी तरह से परेशानी ना हो और टोटो चालकों को भी किसी तरह की अन्याय बर्बरता का शिकार ना हो,इन सब विषयों पर संगठन नजर रखेगी ताकि किसी भी पक्ष को कोई दिक्कत ना हो। :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::

ओपेन ऑनलाइन टेंडर की मांग

जागरण संवाददाता,उत्तर दिनाजपुर:

फ्रेंड्स वेलफेयर कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इस्लामपुर के ठेकेदारों ने इस्लामपुर ब्लॉक के तहत सभी कायरें के लिए ओपन और ऑनलाइन टेंडर की माग करते हुए अनुमंडल शासक का दरवाजा खटखटाया है। संस्था की ओर से नवाजिस आलम , मो. जुल्फिकार और इलियास चौधरी ने कहा कि करीब 1.5 करोड़ रुपये अप्रयुक्त पड़े है। उस राशि से विभिन्न विकास योजनाओं को बनाकर ऑफलाइन और ऑनलाइन खुली निविदा की माग की है। जैसा कि उनका दावा है कि छोटे ठेकेदार कोरोना संकटकाल में आर्थिक रूप से काफी कमजोर हो गए। वे वित्तीय कठिनाइयों के कारण बड़ी निविदाओं में भाग नहीं ले सकते। वे छोटे-छोटे काम करके अपना जीवन यापन करते हैं। इसलिए उन्होंने नियमों के तहत काम दिलाने के लिए पारदर्शिता के माध्यम से टेंडर की माग की। अनुमंडल शासक सप्तर्षि नाग ने मामले को देखते हुए उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

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