बेटे ने बाप को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला

आड़षा थाना अंतर्गत धातकीडीह गांव में एक पुत्र ने घरेलू विवाद में अपने पिता को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने आरोपित पुत्र को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद कोर्ट में हाजिर किया जहां से उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:00 AM (IST)
बेटे ने बाप को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला
बेटे ने बाप को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला

जासं, पुरुलिया : आड़षा थाना अंतर्गत धातकीडीह गांव में एक पुत्र ने घरेलू विवाद में अपने पिता को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस ने आरोपित पुत्र को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद कोर्ट में हाजिर किया जहां से उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। धातककीडीह निवासी लथ मार्डी (60) अपने पुत्र सिदाम मार्डी व पत्‍‌नी सानू मार्डी के साथ रहता था। हालांकि पिता और पुत्र के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर कहा सुनी होती रहती थी। इसी बीच बुधवार की शाम दोनों के बीच कहा सुनी। इससे नाराज सिदाम मार्डी ने अपने पिता पर लाठी से वार कर दिया। इस हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल अवस्था में ही वह सोने चला गया। अगली सुबह जब वह नहीं जगा तो पत्‍‌नी उसे अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बड़उरमा के ग्राम पंचायत प्रधान बने गदाधर महतो

जासं, पुरुलिया : जिले के बलरामपुर अंतर्गत बड़उरमा ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान चुने गये हैं तृणमूल कांग्रेस के गदाधर महतो। बता दें, 2018 में हुए पंचायत चुनाव में भाजपा को सात व तृणमूल कांग्रेस को छह सीटों पर जीत मिली थी। तब इस पंचायत में भाजपा सदस्यों ने बोर्ड बनाया था, लेकिन भाजपा के उपप्रधान सूरधनी माझी के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा ने बहुमत खो दिया। इसके बाद कांग्रेस सदस्यों ने 31 अगस्त को ग्राम प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया।

बाघमुंडी पंचायत समिति के सभापति चुने गए खुदीराम कैवर्त

जासं, पुरुलिया : बाघमुंडी पंचायत समिति के भाजपा सभापति कार्तिक चालक को अविश्वास प्रस्ताव में हार का सामना करना पड़ा है। उनहें तृणमूल कांग्रेस के खुदीराम कैवर्त ने पराजित कर दिया है। बता दें, 21 सीटों वाली बाघमुंडी पंचायत समिति में भाजपा के नौ, तृणमूल के छह कांग्रेस के पांच व आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक को एक सीट पर जीत मिली थी। कांग्रेस से मिलकर भाजपा ने समिति का गठन किया था। इसी बीच भाजपा के तीन और कांग्रेस के तीन सदस्यों ने तृणमूल का दामन थाम लिया। इससे भाजपा सभापति कार्तिक चालक अल्पमत में आ गये। हालांकि समिति के सदस्य का निधन होने से एक पद रिक्त है।

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