कोरोना वायरस ने तोड़ी लोक कलाकारों की कमर
जासं पुरुलिया कोरोना वायरस ने आम से लेकर खास वर्ग तक के सभी लोगों की आर्थिक स्थिति प
जासं, पुरुलिया : कोरोना वायरस ने आम से लेकर खास वर्ग तक के सभी लोगों की आर्थिक स्थिति पर असर डाला है। हालांकि, इसका सर्वाधिक असर लोक कलाकारों पर पड़ा है। सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक त्योहारों के आयोजन होने के कारण इन्हें पूजा कमेटियों ने इस बार निमंत्रण नहीं दिया है। जिससे इनके सामने रोजी-रोटी की लाले पड़ गये हैं।
बता दें, पुरुलिया जिले के बांदोवान थानाक्षेत्र के गुडुर गांव स्थिति कालिंदी पाड़ा में प्राचीन नटुआ लोक नृत्य कलाकारों के 15 परिवार रहते हैं। जिन्हें हर साल दुर्गोत्सव के मौके पर नृत्य व करतब दिखाने के लिए बुलाया जाता है। इसके लिए उन्हें महीनों पहले ही बुक कर लिया जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका है। लोक कलाकार जगदीश कालिदी, लेदु कालिदी, चंडी कालिदी, नेपाल कालिदी का कहना है कि इस वर्ष कोरोना वायरस ने हमारी कमर तोड़ दिया है। संक्रमण के कारण सामुहिक आयोजनों पर प्रतिबंध होने के कारण किसी भी पूजा कमेटी ने हमें नहीं बुलाया है। कलाकारों का कहना है कि दुर्गा पूजा का इंतजार पूरे साल रहता है, इससे अच्छी कमाई हो जाती थी, हम लोगों ने तैयारी भी की थी लेकिन बुलावा नहीं आने से रोजगार छीन गया है।