स्टीमर के डूबने से अभी भी तीन लोग लापता, झारखंड पुलिस पहुंची मालदा
कैचवर्ड हादसा -अभी राजनीति करने का समय नहीं बल्कि मदद करने की आवश्यकता है सुजन चक्रवत
कैचवर्ड : हादसा
-अभी राजनीति करने का समय नहीं, बल्कि मदद करने की आवश्यकता है : सुजन चक्रवर्ती
-ओवरलोडिंग के कारण यह हादसा हुआ, नियमों की अनदेखी की गयी : श्रीरूपा मित्र चौधरी
संवाद सूत्र,मालदा: मालदा के माणिकचक में मंगलवार को गंगा नदी में स्टीमर पर पत्थर-बालू लदे आठ ट्रक स्टीमर के पलटने से गंगा नदी के गर्त में समा गए। चालक व यात्रियों में से 10 लोगों को बचा लिया गया है। लेकिन तीन लोगों का अभी तक पता नहीं चला। इस हादसे के सूचना मिलते ही झारखंड पुलिस प्रशासन मालदा पहुंचकर तलाशी में जुट गयी है। मालदा जिला प्रशासन भी पूरा सहयोग कर रही है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को साढ़े सात बजे झारखंड के साहेबगंज जिला के राजमहल घाट से पत्थर लदी स्टीमर माणिकचक आ रही थी। लेकिन स्टीमर किनारे लगने के से पहले डगमगा कर पलट गयी। इस हादसे में अभी भी चांद यादव, मंटू शेख व मयूर शेख का कुछ पता नहीं चल पाया है। मंटू शेख व मयूर शेख ट्रक चालक थे।
इस घटना के संबंध में माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने बताया कि इस समय राजनीति से अधिक मदद करने की जरूरत है। वहीं भाजपा नेतृ श्रीरूपा मित्र चौधरी ने बताया कि अवैध तरीके से यहां वस्तुओं का आवागमन होता है। आवेरलोडिंग के कारण यह हादसा हुआ। नियमों को उल्लंघन किया गया। इसके लिए मालदा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। उनकों इसका निगरानी करनी चाहिए। पूरी घटना हम केंद्र सरकार को बतायेंगे। वहीं मालदा के सभाधिपति गौड़ चंद्र मंडल ने बताया कि सब कुछ नियम के अनुसार होता है। इसी आधार पर जल मार्ग द्वारा व्यापार होता है। रोजाना छह स्टीमर यहां से राजमहल घाट जाती है। जिसतरह लोग यातायात करते है। वैसे ही वस्तुओं का भी आवागमन होता है। मौके पर नेशनल डिसास्टर रेस्पोंस फोर्स(एनडीआरएफ) की एक टीम पहुंची हुई थी। रात से लेकर सुबह तक युद्ध स्तर पर लोगों को बचाने में लगी हुई थी। अब तक दो बोर्ड बरामद किया गया है।
जिलाधिकारी राजश्री मित्र ने बताया कि सुबह से नदी से स्टीमर व ट्रक को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। कई लोगों को निकाला भी गया। हम झारखंड प्रशासन से संपर्क में है।
कैप्शन : क्रेन से स्टीमर ट्रक को निकालती आपदा प्रबंधन की टीम