एंटी-ट्रैफिकिंग बिल के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन छेड़ेंगी एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की यौन कर्मी

बिल के प्रावधानों को बताया अपने हितों के खिलाफ लोकसभा के मानसून सत्र में पेश होने वाला है यह बिल एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की यौन कर्मी लोकसभा के आगामी मानसून सत्र में पेश होने जा रहे ड्राफ्ट ट्रैफिकिंग इन पर्संस बिल 2021के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगी।

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 01:41 PM (IST) Updated:Fri, 16 Jul 2021 02:07 PM (IST)
एंटी-ट्रैफिकिंग बिल के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन छेड़ेंगी एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की यौन कर्मी
यौन कर्मी का कहना है कि इस बिल के प्रावधान उनके हितों के खिलाफ है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। एशिया के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया सोनागाछी की यौन कर्मी लोकसभा के आगामी मानसून सत्र में पेश होने जा रहे 'ड्राफ्ट ट्रैफिकिंग इन पर्संस (प्रीवेंशन, केयर एंड रिहैबिलिटेशन) बिल 2021' के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगी। यौन कर्मी का कहना है कि इस बिल के प्रावधान उनके हितों के खिलाफ है। इसमें उनके पेशे का अपराधीकरण किया जा रहा है। इस बिल के पारित होने से उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। यौन कर्मी के संगठन दुर्बार महिला समन्वय कमेटी की सचिव काजल बोस ने कहा-'नारी तस्करी व यौन पेशा भिन्न चीजें हैं। इस बिल में दोनों को एक समान बताया गया है।

महिलाओं की तस्करी कर उन्हें जबरन देह व्यापार में धकेले जाने के हम भी खिलाफ हैं लेकिन जो महिलाएं अपना परिवार चलाने के लिए अपनी मर्जी से यौन पेशे को अपना रही हैं, उन्हें रोका नहीं जाना चाहिए। यह उनके जीने के अधिकार के खिलाफ है।'

काजल ने आगे कहा-'इस बिल को तैयार करने में दो साल का वक्त लग गया जबकि इस पर अपनी राय देने के लिए हमें बस दो हफ्ते ही दिए गए। यह बिल हमपर थोपने की कोशिश की जा रही है, जिसका हम प्रतिवाद करेंगे। देशभर में यौन कर्मी के करीब 80 संगठन हैं, जिनसे ढाई लाख से ज्यादा यौन कर्मी जुडी़ हुई हैं।

बंगाल में दुर्बार महिला समन्वय कमेटी से 65,000 यौन कर्मी पंजीकृत हैं। सबको साथ लेकर आंदोलन किया जाएगा।' काजल ने कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप के लिए हम जल्द ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मुलाकात करेंगे।' 

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