West Bengal: अस्पताल ले जाते समय बीएसएफ की एंबुलेंस में महिला ने दिया शिशु को जन्म
जवानों द्वारा सीमावर्ती इलाके में प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला को अपनी एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते समय उस महिला ने शिशु को जन्म दिया। जवानों ने महिला और शिशु को तुरंत अस्पताल पहुंचकार भर्ती करा दिया। जच्चा और बच्चा दोनों ठीक हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में बेहद कठिन परिस्थितियों में भारत-बांग्लादेश सीमा की रखवाली करने के साथ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की मदद में भी हमेशा आगे रहती है। इसी क्रम में उत्तर 24 परगना जिले में तैनात बीएसएफ की 99वीं वाहिनी के जवानों द्वारा सीमावर्ती इलाके में प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक महिला को अपनी एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते समय, उस महिला ने शिशु को जन्म दिया। जवानों ने महिला और शिशु को तुरंत बनगांव अस्पताल पहुंचकार भर्ती करा दिया। जच्चा और बच्चा दोनों का तुरंत डॉक्टरों ने जरूरी इलाज शुरू किया और दोनों ठीक हैं। इसके साथ ही डॉक्टरों से लेकर स्वजन ने बीएसएफ की तारीफ भी की।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि मंगलवार को गांव राजकोल के प्रधान मबुल विश्वास ने 99वीं वाहिनी की सीमा चौकी प्रभारी को फोन के द्वारा सूचना दी कि सुईलें मंडल नाम की महिला जो कि गांव राजकोल की रहने वाली है, उसे प्रसव पीड़ा हो रही है और उन्होंने तुरंत एंबुलेंस की मांग की। इस सूचना के अनुरूप सीमा चौकी प्रभारी ने तुरंत सीमा सुरक्षा बल की सरकारी एंबुलेंस को बीएसएफ की महिला कांस्टेबल के साथ गर्भवती महिला के घर भेजा।
गर्भवती महिला को एंबुलेंस से बनगांव सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा था। जहां रास्ते में सुबह करीब साढ़े छह बजे अस्पताल से कुछ दूर पहले ही महिला ने एंबुलेंस में शिशु को जन्म दे दिया। महिला और शिशु को बनगांव अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों की स्थिति सामान्य बताई और बीएसएफ के जवानों की तारीफ भी की। इधर, कमांडिंग ऑफिसर संजीव कुमार, 99वीं वाहिनी ने बताया की बीएसएफ सीमा पर हमेशा सजग रहकर कार्य करती है और साथ ही सीमा पर रहने वाले लोगो की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहती है।