West Bengal Politics : तृणमूल के बागी मंत्री शुभेंदु ने हुगली रिवर बोर्ड कमीशन के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तृणमूल कांग्रेस से नाराज चल रहे शुभेंदु अधिकारी के तेवर गुरुवार को फिर बगावती दिखे। कूचबिहार दक्षिण के तृणमूल विधायक मिहिर गोस्वामी ने पार्टी छोड़ने की इच्छा जताई।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 11:00 PM (IST)
West Bengal Politics : तृणमूल के बागी मंत्री शुभेंदु ने हुगली रिवर बोर्ड कमीशन के अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
West Bengal Politics : उधर, कूचबिहार दक्षिण से विधायक मिहिर गोस्वामी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने की मंशा जताई।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुवार को एक नए घटनाक्रम में एक तरफ जहां ममता सरकार के बागी मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने हुगली रिवर बोर्ड कमीशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया, वहीं दूसरी तरफ कूचबिहार दक्षिण के तृणमूल कांग्रेस विधायक मिहिर गोस्वामी ने पार्टी छोड़ने की इच्छा जताई। 

कल्याण बंदोपाध्याय बना नया अध्यक्ष 

तृणमूल कांग्रेस से नाराज चल रहे शुभेंदु अधिकारी के तेवर गुरुवार को फिर बगावती दिखे। उन्होंने हुगली रिवर बोर्ड कमीशन के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। सांसद कल्याण बंदोपाध्याय को नया अध्यक्ष बनाया गया है। 

सही कारण अभी नहीं पता चल पाया है

शुभेंदु ने क्यों इस्तीफा दिया इसका सही कारण अभी नहीं पता चल पाया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पार्टी से बढ़ती दूरी के कारण ही उन्होंने इस्तीफा दिया है। दूसरी तरफ कूचबिहार दक्षिण से विधायक मिहिर गोस्वामी ने अपनी आवाज बुलंद की है 

अभी तक विफल हुआ मनाने का प्रयास

बताते चलें कि शुभेंदु अधिकारी की तृणमूल कांग्रेस के साथ दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। पार्टी की ओर से उन्हें लगातार मनाने का प्रयास किया जा रहा है जो अभी तक विफल ही साबित हुआ है।

मिहिर गोस्वामी के तृकां छोड़ने की मंशा

दूसरी तरफ कूचबिहार दक्षिण से विधायक मिहिर गोस्वामी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने की मंशा जताई है। कूचबिहार दक्षिण से विधायक मिहिर गोस्वामी ने गुरुवार को फिर कहा है कि वह पार्टी में कई वर्षों से बेहद अपमानित महसूस कर रहे हैं। 

ममता का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है

तृणमूल कांग्रेस पर ममता बनर्जी का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि वह काफी पहले पार्टी छोड़ने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन पार्टी के कोई भी बड़े नेता, यहां तक कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।

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