त्रिपुरा में जड़े जमानें की कोशिश में जुटी TMC, कोलकाता पहुंचे भाजपा के तीन विधायक, तृणमूल में शामिल होने की अटकलें
बंगाल विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अब त्रिपुरा में जड़े जमानें की कोशिश में जुटी है। 2023 में त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए ममता बनर्जी व उनकी पूरा दमखम लगा रही हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अब त्रिपुरा में जड़े जमानें की कोशिश में जुटी है। 2023 में त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए ममता बनर्जी व उनकी पूरा दमखम लगा रही हैं। इसी क्रम में वहां जोड़-तोड़ की सियासत भी शुरू हो गई है। शुक्रवार को त्रिपुरा से सुदीप राय बर्मन सहित भाजपा के तीन विधायक कोलकाता पहुंचे हैं।
इनके तृणमूल नेतृत्व के साथ बैठक होने वाली है। इसके बाद तीनों के तृणमूल में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं।दरअसल, भाजपा विधायक सुदीप राय बर्मन त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव देव के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। बर्मन मुकुल राय के भी करीबी माने जाते हैं और तृणमूल ने उन्हें अपने दल में शामिल करने के लिए जाल बिछा रखा है।उनके अलावा एक और विधायक जीतिन सरकार भी कोलकाता में मौजूद हैं। उन्होंने पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर तृणमूल में शामिल होने की अर्जी लगाई थी।
सूत्रों ने बताया है कि सुदीप बर्मन के साथ एक और विधायक भी आए हैं, जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे व तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से मुलाकात कर सकते हैं।इस बारे में पूछे जाने पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार तृणमूल के संपर्क में हैं। अगर अभिषेक बनर्जी चाहें तो आज ही त्रिपुरा की सरकार गिरा सकते हैं लेकिन वह ऐसा नहीं करना चाहते हैं। हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए चुनाव जीतकर वहां सरकार बनाएंगे।
तृणमूल ने त्रिपुरा में फिर लगाया अपने कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप
इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को एक बार फिर त्रिपुरा में अपने कार्यकर्ताओं पर हमले का आरोप लगाया। तृणमूल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए अपने दो वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को ही त्रिपुरा भेजा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल घोष एवं राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन वहां घायल कार्यकर्ताओं से मिलेंगे।