West Bengal Politics : विकास में बंगालियों की अपेक्षा दूसरे राज्यों से आए लोगों की बड़ी भूमिका : दिलीप

बंगाल के राजनीतिक गलियारे में अंदर व बाहर के लोगों को लेकर चल रही जोरदार बहस के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप ने किया दावा। उनके बयान पर तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर कि घोष बंगाल के इतिहास व संस्कृति की जानकारी के बिना विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:12 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 07:00 PM (IST)
West Bengal Politics : विकास में बंगालियों की अपेक्षा दूसरे राज्यों से आए लोगों की बड़ी भूमिका : दिलीप
बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने तृणमूल पर बंगाल का कल्याण करने वालों पर बाहरी होने का ठप्पा लगाने का आरोप लगाया।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के राजनीतिक गलियारे में अंदर व बाहर के लोगों को लेकर चल रही जोरदार बहस के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने दावा किया कि राज्य के विकास में बंगालियों की तुलना में दूसरे राज्यों से आए लोगों की बड़ी भूमिका रही है। उनके इस बयान पर सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि दिलीप घोष बंगाल के इतिहास व संस्कृति की जानकारी के बिना ही विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं। 

बाहर से आए लोगों की बंगाल के विकास में भी भूमिका

दिलीप घोष ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा-'आजादी से पहले से ही बाहर से आए लोगों की बंगाल के विकास में बड़ी भूमिका रही है। यहां की मिलों व फैक्टरियों में काम करने वालों में से अधिकांश दूसरे राज्यों से थे इसलिए बाहरी लोगों ने बंगाल के विकास में बंगालियों से बड़ी भूमिका अदा की है। बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने तृणमूल पर बंगाल का कल्याण करने वालों पर बाहरी होने का ठप्पा लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने आगे कहा कि बॉलीवुड अभिनेता शाह रुख खान और तृणमूल के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब अंदर के लोग हो गए हैं। इसे विडंबना ही कहा जा सकता है। 

तृणमूल इमोशनल गेम खेलने की कोशिश कर रही है

घोष के बयान राज्य के शिक्षा मंत्री व तृणमूल के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा-'भाजपा की बंगालियों को अपमानित करने और नीचा दिखाने की मंशा अब सबके सामने आ गई है। मुझे लगता है कि दिलीप घोष को देश के समग्र विकास और स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों की भूमिका के बारे में जानकारी नहीं है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि दिलीप घोष के इस तरह के बयानों से बंगाल में 'बंगाली व 'गैर-बंगाली का मसला गरमा सकता है। गौरतलब है कि तृणमूल इसे लेकर इमोशनल गेम खेलने की कोशिश कर रही है।

तृणमूल के भ्रष्टाचार के बारे दर-दर जाकर देंगे जानकारी 

दिलीप घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार के बारे में दर-दर जाकर हम लोगों को जानकारी देंगे। पांच दिसंबर से यह अभियान शुरू किया जाएगा। घोष ने सवाल किया कि चक्रवाती तूफान 'एम्फन से जिन इलाकों को क्षति नहीं पहुंची, उन इलाकों के लोगों में राहत आवंटन कैसे किया गया? केंद्र सरकार की तरफ से राज्य में शौचालयों के निर्माण के लिए जो फंड दिया गया था, उसमें भी धांधली की गई। तृणमूल के सारे भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए।

chat bot
आपका साथी