West Bengal Politics: विधानसभा चुनाव में हार पर बंगाल के भाजपा नेताओं के साथ मंथन करेंगे जेपी नड्डा

बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं। प्रदेश भाजपा की ओर से बताया गया है कि आगामी 26 जून को यह बैठक होगी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 05:38 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 05:38 PM (IST)
West Bengal Politics: विधानसभा चुनाव में हार पर बंगाल के भाजपा नेताओं के साथ मंथन करेंगे जेपी नड्डा
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी की शिकस्त को लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राज्य भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं। प्रदेश भाजपा की ओर से बताया गया है कि आगामी 26 जून को यह बैठक होगी। बताया गया है कि भाजपा अध्यक्ष दिल्ली से वर्चुअल जरिए से बैठक में हिस्सा लेंगे। कोलकाता के हेस्टिंग्स स्थित भारतीय जनता पार्टी के चुनावी कार्यालय से बैठक का संचालन होगा। इसमें प्रदेश के सभी बड़े नेता शामिल होंगे।

प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के अलावा सायंतन बसु, जयप्रकाश मजूमदार और अन्य नेताओं को पार्टी दफ्तर में उपस्थित रहने को कहा गया है। इसके अलावा जिलाध्यक्षों को वर्चुअल जरिए से बैठक में हिस्सा लेने को कहा गया है। नड्डा दिल्ली से ही इस बैठक में शिरकत करेंगे और राज्य में पार्टी की हार के कारणों पर मंथन करेंगे। प्रदेश भाजपा नेताओं को एक सूची तैयार करने को कहा गया है जिसमें हार के कारणों का उल्लेख रहेगा।

हर महीने केंद्रीय नेताओं का राज्य में दौरा होगा

-दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद बंगाल के राजनीतिक मोर्चे पर भाजपा पूरी तरह ताकत से खड़ी रहेगी। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व राज्य के हालात पर पूरी नजर रखे हुए है और हर महीने केंद्रीय नेताओं का राज्य में दौरा होगा, ताकि कार्यकर्ताओं का मनोबल बना रहे। भाजपा के सामने अगला लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है, जिसके लिए राज्य में पार्टी को मजबूत बनाना है।

भाजपा अपने मिशन बंगाल को आगे भी पूरी ताकत से जारी रखेगी और उसमें कोई शिथिलता नहीं आने दी जाएगी। पार्टी राज्य के लिए नए सिरे से कार्य योजना बनाने में जुट गई है। केंद्रीय नेता हर महीने राज्य का दौरा करके कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाएंगे और जो नेता तृणमूल कांग्रेस में घर वापसी कर रहे हैं उनसे होने वाले नुकसान को कम करने का प्रयास भी करेंगे। भाजपा की सबसे बड़ी चिंता राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बनने के बाद उसके कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमले हैं।

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