West Bengal : शीतलकूची फायरिंग कांड की जांच के लिए सीआइडी के विशेष जांच दल का गठन

जांच प्रक्रिया सीट का नेतृत्व सीआइडी के डीआइजी करेंगे। शीतलकूची में केंद्रीय बल के जवानों की ओर से चलाई गई गोलियों में चार युवकों की मौत हो गई थी। घटना वाले दिन किन परिस्थितियों में गोलियां चली थीं इसका मुआयना किया जाएगा।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 10:40 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 10:40 PM (IST)
West Bengal : शीतलकूची फायरिंग कांड की जांच के लिए सीआइडी के विशेष जांच दल का गठन
माथाडांगा थाने के पुलिस अधिकारी से हुई पूछताछ में मिले तथ्यों को खंगाला जा रहा है।

 राज्य ब्यूरो, कोलकाता : शीतलकूची फायरिंग कांड की जांच के लिए सीआइडी के विशेष जांच दल (सीट) का गठन किया गया है। सीट का नेतृत्व सीआइडी के डीआइजी करेंगे। घटना वाले दिन किन परिस्थितियों में गोलियां चली थीं,  इसका मुआयना किया जाएगा। इस मामले में माथाडांगा थाने के पुलिस अधिकारी से हुई पूछताछ में मिले तथ्यों को खंगाला जा रहा है।

गौरतलब है कि बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार जिले के शीतलकूची में केंद्रीय बल के जवानों की ओर से चलाई गई गोलियों में चार युवकों की मौत हो गई थी। घटना पर केंद्रीय बल की तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा गया था कि उग्र गांववालों से सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचने से बचाने एवं आत्मरक्षा में जवानों को गोलियां चलानी पड़ी थीं।

इस मामले में केंद्रीय बल के छह जवानों को तीन बार पूछताछ के लिए तलब किया जा चुका है लेकिन वे अब तक हाजिर नहीं हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को नरसंहार करार दिया था। इस घटना पर भाजपा नेताओं की तरफ से विवादित बयान आया था।

बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने अन्य स्थानों पर भी इस घटना की पुनरावृत्ति होने की धमकी दी थी, जिसके लेकर उनकी काफी किरकिरी हुई थी। सियासी विश्लेषकों का कहना है कि शीतलकूची की घटना का भाजपा के वोट बैंक पर काफी असर पड़ा।

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