West Bengal Assembly Elections 2021: पूर्व बर्द्धमान जिले के भातार सीट में कमल खिले तो साकार होगा दादा का सपना

लोकसभा चुनाव में भाजपा यहां दूसरे नंबर पर थी। तृणमूल कांग्रेस को यहां 99383 मत मिले व भाजपा को 72919 मत मिले थे। माकपा तीसरे स्थान पर थी। टीएमसी ने यहां से विधायक सुभाष मंडल का टिकट काटकर मानगोविंद अधिकारी को मैदान में उतारा है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 09:38 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 09:40 PM (IST)
West Bengal Assembly Elections 2021: पूर्व बर्द्धमान जिले के भातार सीट में कमल खिले तो साकार होगा दादा का सपना
भातार विधानसभा सीट बर्द्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट के अंतर्गत है। फोटो : महेंद्र कोवार

जागरण संवादाता, दुर्गापुर। पूर्व बर्द्धमान जिले के भातार विधानसभा सीट पर वाम मोर्चा के लाल दुर्ग में स्व. धात्रीपद कोवार ने कमल खिलाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। अब उनके अधूरे सपने को पूरा करने उनके पौत्र महेंद्र कोवार बंगाल के रण में उतरे हैं। हालांकि हालात अभी अलग हैं। बंगाल में तब वाम मोर्चा का दबदबा था, जबकि अभी सत्ता तृणमूल कांग्रेस के हाथ है। महेंद्र के सामने जोड़ा फूल (तृणमूल कांग्रेस) के बगीचे में कमल (भाजपा) खिलाने की चुनौती है। इसके लिए जम कर पसीना बहा रहे हैं।

भातार में भाजपा ने महेंद्रनाथ कोवार को टिकट दिया है। महेंद्र के दादा स्व. धात्रीपद कोवार वर्ष 2006 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे। तब उनको 5317 वोट मिले थे। वे चौथे नंबर पर रहे। तब भातार सीट पर माकपा के सैयद मोहम्मद मसीह जीते थे। इसके बाद वर्ष 2011 में धात्रीपद भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे, तब राज्य में परिवर्तन की आंधी चल रही थी। तब तृणमूल कांग्रेस के बनमाली हाजरा यहां से जीते थे। धात्रीपद को 5585 मत मिले थे। हालांकि पहले की अपेक्षा बंगाल में भाजपा मजबूत हुई है।

बर्द्धमान का लाल दुर्ग

भातार सीट को बर्द्धमान का लाल दुर्ग माना जाता था। वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 2006 तक के चुनाव में यहां माकपा का ही दबदबा रहा। 2011 में परिवर्तन की आंधी में यह सीट तृणमूल कांग्रेस के खाते में गई। टीएमसी के बनमाली हाजरा यहां से जीत गए। वर्ष 2016 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के सुभाष मंडल को यहां से जीत मिली थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद यहां भाजपा ने अपनी शक्ति बढ़ाई है।

संघ परिवार से जुड़े थे धात्रीपद

महेंद्र ने बताया कि दादा संघ परिवार से जुड़े हुए थे। अविभाजीत बर्द्धमान जिले के जिलाध्यक्ष भी रहे थे। अब उन्हें दादा के सपने को पूरा करने का अवसर मिला, इसके लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। जनता की सेवा हमारा मकसद है। क्षेत्र का विकास, बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं, शिक्षा व्‍यवस्‍था व गरीबों की सेवा करनी है।

लोकसभा चुनाव में दूसरे स्थान पर थी भाजपा

भातार विधानसभा सीट बर्द्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट के अंतर्गत है। लोकसभा चुनाव में भाजपा यहां दूसरे नंबर पर थी। तृणमूल कांग्रेस को यहां 99,383 मत मिले व भाजपा को 72,919 मत मिले थे। माकपा तीसरे स्थान पर थी। टीएमसी ने यहां से विधायक सुभाष मंडल का टिकट काटकर मानगोविंद अधिकारी को मैदान में उतारा है। माकपा से नजरूल हक ताल ठोक रहे हैं।

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