Prasant Kishore के ट्वीट पर भाजपा ने उठाए सवाल तो ममता के चुनावी रणनीतिकार ने किया पलटवार
प्रशांत किशोर के मुताबिक अमित शाह का बंगाल दौरा मीडिया की बनाई हुई छवि है। उन्होंने कहा कि भाजपा नतीजों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाएगी। किशोर ने ट्वीट किया मीडिया के समर्थित पक्ष द्वारा बढ़ा चला कर दिखाया गया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रोड शो में जुटी भारी भीड़ से तृणमूल खेमे में खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भाजपा को लेकर बड़ा दावा किया है। प्रशांत किशोर के मुताबिक अमित शाह का बंगाल दौरा मीडिया की बनाई हुई छवि है। उन्होंने कहा कि भाजपा नतीजों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर पाएगी।
किशोर ने ट्वीट किया, ''मीडिया के समर्थित पक्ष द्वारा बढ़ा चला कर दिखाया गया। वास्तव में भाजपा को दहाई का आंकड़ा पार करने में भी मुश्किल होगी। कृपया इस ट्वीट को सेव कर लें और अगर भाजपा अच्छा करती है तो मैं यह काम छोड़ दूंगा।'' बता दें कि तृणमूल के कई कद्दावर नेताओं के पार्टी छोड़ने को लेकर सीएम ममता बनर्जी ऐक्शन मोड में आ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ममता ने प्रशांत से नाराजगी भी जाहिर की है। इसी के मद्देनजर अब अमित शाह के दौरे के बाद प्रशांत किशोर ने यह बड़ा दावा किया है।
पीके पर भाजपा का पलटवार
वहीं प्रशांत के ट्वीट पर भाजपा की तरफ से पलटवार भी आ गया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करते हुए कहा, 'बंगाल में भाजपा की जो सुनामी चल रही हैं, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनावी रणनीतिकार खोना पड़ेगा।'
दहाई के आंकड़े पर पीके ने किया स्पष्ट, 99 सीट से अधिक नहीं जीतेगी भाजपा
इधर, अपने ट्वीट को लेकर भाजपा द्वारा उठाए गए सवाल पर प्रशांत किशोर ने दैनिक जागरण के साथ फोन पर बातचीत में दहाई अंक पार नहीं करने को लेकर स्पष्ट किया कि 99 सीट से ऊपर भाजपा नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि 99 सीट से ज्यादा भाजपा जीत जाती है तो वह पिछले 5-6 वर्षों से जो यह काम कर रहे हैं उसे छोड़ देंगे। उन्होंने साथ ही पूछा कि अगर भाजपा एक सौ सीटों के अंदर सिमट जाती है तो भाजपा के नेता व सांसद जो बयान दे रहे हैं वह क्या अपना पद या राजनीति छोड़ देंगे? यानी उनके दावे पर सवाल उठाने वाले भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय व सांसद एवं केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो से उन्होंने यह सवाल किया।
इधर, इस पर जब जागरण ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से बात की और उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में अहंकार नहीं पालता। मेरा काम जनता का भरोसा जीतना है। गुना, भाग और गणित समीकरण बनाना मेरा काम नहीं है। यह जो बनाते हैं वह समझें। उन्होंने साथ ही कहा कि हम लोग 200 सीट से ज्यादा जीतेंगे और सरकार बनाएंगे।
बताते चलें कि पिछले साल लोकसभा चुनाव में तृणमूल के खराब प्रदर्शन के बाद ममता ने बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रशांत किशोर के साथ करार किया। प्रशांत, ममता के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी के साथ सक्रिय रूप से मिलकर काम कर रहे हैं। वहीं तृणमूल के कई पुराने नेताओं को पीके के तौर तरीके रास नहीं आ रहे हैं। कुछ बागी नेताओं ने तो स्पष्ट रूप से प्रशांत और अभिषेक की दखलअंदाजी को ही वजह करार दिया है।