West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल भाजपा में कलह व गुटबाजी में शामिल तीन नेताओं को पार्टी ने किया निलंबित

West Bengal Assembly Election 2021 बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि बर्द्धमान सदर जिला से जुड़े पार्टी के नेता समितिकांत मंडल सागनिक सरकार और उत्तर चौधरी को पार्टी की गतिविधियों और पार्टी की सक्रिय सदस्यता से निलंबित करने का निर्णय लिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 04:59 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 04:59 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल भाजपा में कलह व गुटबाजी में शामिल तीन नेताओं को पार्टी ने किया निलंबित
बंगाल भाजपा में कलह, गुटबाजी में शामिल तीन नेताओं को पार्टी ने किया निलंबित। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में भाजपा में शामिल हो रहे हैं। इसको लेकर पुराने और नए कार्यकर्ताओं में आपसी गुटबाजी पर पार्टी ने कड़ा रवैया अपनाया है। हाल में बर्द्धमान जिले में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष प्रदर्शन करने और तोड़फोड़ करने के आरोप में पार्टी के तीन नेताओं को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि बर्द्धमान सदर जिला से जुड़े पार्टी के नेता समितिकांत मंडल, सागनिक सरकार और उत्तर चौधरी को पार्टी की गतिविधियों और पार्टी की सक्रिय सदस्यता से 12 माह के लिए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने निलंबित करने का निर्णय लिया है।

21 जनवरी को पार्टी कार्यालय में हुई थी तोड़फोड़

21 जनवरी को बर्द्धमान और आसनसोल में भाजपा पार्टी कार्यालय के समक्ष भाजपा के दो गुटों ने प्रदर्शन किया और आपस में भिड़ गए। प्रदर्शनाकरियों ने बर्द्धमान में कई मोटरबाइक और कारों में आग भी लगा दी। भाजपा के पूर्व बर्द्धमान जिले के अध्यक्ष संदीप नंदी को भी कथित रूप से पीटा गया था। इसके बाद पार्टी ने इसमें शामिल नेताओं के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। 

इधर, विधानसभा चुनाव के एलान के साथ ही बंगाल में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद राज्य सरकार क्या-क्या कर सकती है और क्या नहीं, इसे लेकर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी आरिज आफताब की ओर से सभी जिलाधिकारियों को दिशानिर्देश भेजा गया है। इसे लेकर राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्योपाध्याय की अगुआई में तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी भी गठित की गई है। इस कमेटी में राज्य के गृह सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी भी शामिल हैं। गौरतलब है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद बंगाल में नए सिरे से कोई विकासमूलक कार्य नहीं किया सकेगा हालांकि जो काम पहले से चल रहे हैं, वे जारी रहेंगे। जारी परियोजनाओं को लेकर किसी तरह की समस्या होने पर स्क्रीनिंग कमेटी उसपर निर्णय लेगी।

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