West Bengal Assembly Election 2021: कोलकाता में वाममोर्चा-कांग्रेस-आइएसएफ ने दिखाई सियासी ताकत, भाजपा और तृणमूल ने साधा निशाना
West Bengal Assembly Election 2021 पश्चिम बंगाल में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में लाखों की भीड़ जुटाकर वाममोर्चा कांग्रेस और आइएसएफ ने न सिर्फ अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन किया बल्कि एकजुटता दिखाकर यह संदेश भी बिखेरने की कोशिश की।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal Assembly Election 2021: बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा का एकमात्र विकल्प 'हम' हैं। रविवार को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में लाखों की भीड़ जुटाकर वाममोर्चा, कांग्रेस और आइएसएफ ने न सिर्फ अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन किया बल्कि एकजुटता दिखाकर यह संदेश बिखेरने की भी कोशिश की। गठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं ने अपने भाषण में केंद्र की मोदी और बंगाल की ममता सरकार पर जोरदार निशाना साधा और बंगाल में नए परिवर्तन का नारा दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा-'बंगाल में यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि विधानसभा चुनाव में मुकाबला तृणमूल और भाजपा के बीच है लेकिन इस रैली में उमड़ी भारी भीड़ साबित कर रही है कि इस लड़ाई में गठबंधन भी शामिल है। आने वाले दिनों में बंगाल में तृणमूल और भाजपा नहीं रहेगी बल्कि हमारा गठबंधन रहेगा। इस गठबंधन का उद्देश्य सांप्रदायिक दल भाजपा को बंगाल आने से रोकना है और यहां तृणमूल के निरंकुश शासन को खत्म करना है। 2021 में बंगाल में एक और परिवर्तन होने वाला है।' चौधरी ने कहा-'मोदी और दीदी का राजनीतिक डीएनए एक ही है।'
वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बोस ने कहा-'ब्रिगेड में ऐसी रैली पहले कभी नहीं हुई। आज से एक तरफ तृणमूल और भाजपा है और दूसरी तरफ हम सब।' माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने कहा-'हमें लोगों के पास जाना होगा और उनकी बातें सुननी होगी। जनता क्या चाहती है, यह जानना बहुत जरूरी है। पूरी की पूरी तृणमूल अब भाजपा हो गई है।' भाकपा की राज्य कमेटी के सचिव स्वपन बनर्जी ने कहा- 'तृणमूल और भाजपा जैसी फांसीवादी ताकतों के विकल्प के तौर पर हमें उभरना होगा।' आरएसपी के मनोज भट्टाचार्य ने कहा-'केंद्र व राज्य में फांसीवादी सरकारें चल रही हैं। लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। यहां हिंदू-हिंदी-हिंदुस्तान नहीं चलेगा। नागपुर के इशारे पर भाजपा की सरकार चल रही है।'
ममता के अत्याचार से त्रस्त हो चुकी है बंगाल की जनता : अब्बास सिद्दीकी
फुरफुरा शरीफ के पीरजादा और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आइएसएफ) के प्रमुख अब्बास सिद्दीकी ने कहा-' ममता के अत्याचार से बंगाल की जनता त्रस्त हो चुकी है लेकिन अब डरने की जरूरत नहीं है। हमें मिलकर तृणमूल को बंगाल से भगाना है और यहां लोकतंत्र की स्थापना करनी है।' सीटों के बंटवारे पर सीटों पर सिद्दीकी ने कांग्रेस की तरफ इशारा करते हुए कहा- 'हम यहां भागीदारी करने आए हैं, किसी को तुष्ट करने नहीं। गठबंधन में हमें वाममोर्चा 30 सीटें मिली हैं।'
माकपा के अखिल भारतीय महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा-'रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर यह निश्चित है कि बंगाल में परिवर्तन आने वाला है। किसान दिल्ली में मोदी सरकार से लड़ रहे हैं और हमारा गठबंधन यहां तृणमूल और भाजपा से लड़ेगा। भाजपा और तृणमूल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बंगाल में लूटपाट और जात-पात वाली नहीं बल्कि जनहित वाली सरकार चाहिए।' येचुरी ने यह भी दावा किया कि बंगाल में त्रिशंकु विधानसभा होने पर तृणमूल और आपस में मिल जाएंगी। अतीत में दोनों कई बार ऐसा कर चुके हैं।' भाकपा के महासचिव डी राजा ने कहा-'यह विशाल रैली देश को बचाने के लिए और भाजपा और तृणमूल को हटाने के लिए बंगाल की जनता का शक्ति प्रदर्शन है। प्रधानमंत्री खुद को प्रधान सेवक कहते हैं लेकिन वे किसी की भी सेवा नहीं करते।'
देश में नफरत की राजनीति कर रही है भाजपा : भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-'प्रधानमंत्री कुछ दिन पहले दाढ़ी बढ़ाकर बंगाल आए थे और पराक्रम दिवस मनाया था लेकिन उन्हें मालूम नहीं है कि जिस समय सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद फौज का गठन कर रहे थे, उस समय उनके वीर सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंग्रेजी की फौज में भर्तियां करा रहे थे। आप (पीएम मोदी) नेताजी के उत्तराधिकारी नहीं हैं। नेताजी के उत्तराधिकारी हम हैं। बोस ने कहा था कि सांप्रदायिक ताकतों को बंगाल में घुसने नहीं देंगे। भाजपा देश में नफरत की राजनीति कर रही है।' बघेल ने आगे कहा-'मोदी ने कहा था कि वे देश को बिकने नहीं देंगे लेकिन रेलवे, एयरपोर्ट, सार्वजनिक उपक्रमों को एक-एक कर बेचते जा रहे हैं।'
ब्रिगेड की रैली में आने के लिए भाजपा के चार्टर्ड प्लेन की जरूरत नहीं पड़ती : मोहम्मद सलीम
माकपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा-'ब्रिगेड की रैली में आने के लिए भाजपा के चार्टर्ड प्लेन की जरूरत नहीं पड़ती। बंगाल में बसंत आ चुका है और यहां फिर से लाल फूल खिलेगा। बंगाल की जनता ने एक दशक तक दीदी का खेल देखा है और अब उसे नॉकआउट कर देगी।'
अस्वस्थ होने के कारण ब्रिगेड रैली में शामिल नहीं हो पाए बुद्धदेव
बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री व माकपा के वरिष्ठ नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य अस्वस्थ होने के कारण ब्रिगेड रैली में शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने इसे लेकर अफसोस जताया है। बुद्धदेव के करीबियों के मुताबिक उन्होंने कहा है कि ब्रिगेड में रैली हो रही है। वहां इतने सारे लोग जमा हुए हैं और वे नहीं जा पा रहे। उन्हें इस बात का काफी अफसोस है। बुद्धदेव लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। कुछ दिन पहले उन्हें अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था।
भाजपा और तृणमूल ने साधा निशाना
वाममोर्चा-कांग्रेस और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट(आइएसएफ) की संयुक्त ब्रिगेड रैली को लेकर एक ओर जहां भाजपा ने निशाना साधा तो दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने भी तंज कशा। रविवार को भाजपा के राज्य प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने रैली के बाद कहा कि वाम-कांग्रेस को ब्रिगेड मैदान को लोगों से भरने के लिए भाईजान(अब्बास सिद्दीकी) की मदद लेनी पड़ी है। दोनों ही दलों के पास इतनी क्षमता अब नहीं बची है। यह ब्रिगेड रैली विभाजन का है और सात मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी की रैली विकास की होगी। इस रैली के पीछे तृणमूल कांग्रेस की मदद है।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता व मंत्री फिरहाद हकीम ने तंज कसा कि दो दल(वाम-कांग्रेस) धीरे-धीरे चल रहे थे और बीच में अचानक एक और को(सिद्दीकी) को साथ में ले लिया। इससे कुछ आने जाने को नहीं है। ममता बनर्जी सत्ता थी, है और फिर आएगी। वहीं अब्बास सिद्दीकी के मंच पर पहुंचने क बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी के लिए असहज स्थिति पैदा हुई और जिस तरह से वह बीच में ही भाषण बंद कर जाने लगे थे। इस पर अधीर ने शाम को सफाई दी कि कुछ नहीं था अधिक शोर होने लगा तो मैंने भाषण बंद कर दिया। सीट बंटवारे को लेकर अब्बास की चेतावनी पर अधीर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शताब्दी पुरानी है। इसके नियम और कायदे हैं। उसी अनुसार सबकुछ समझ कर समझौता होगा। बातचीत हो रही है।