West Bengal Assembly Election 2021 : बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बाद अब भाजपा नेता राहुल सिन्हा के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक

शीतलकूची कांड पर विवादास्पद बयान को लेकर बंगाल भाजपा अध्यक्ष को भी आयोग का नोटिस। बुधवार सुबह तक जवाब देने का निर्देश। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को ममता को बेगम कहकर संबोधित करने वाले बयान के लिए आयोग से मिली चेतावनी। 72 घंटे पहले बंद का निर्णय लिया गया था।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 05:35 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:05 PM (IST)
West Bengal Assembly Election 2021 : बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बाद अब भाजपा नेता राहुल सिन्हा के चुनाव प्रचार पर 48 घंटे की रोक
शिकायतों के बावजूद भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही। सियासी विश्लेषक 'बैलेंसिंग एक्ट पर देख रहे हैं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषणों पर बेहद कड़ा रूख अख्तियार करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब भाजपा नेताओं पर कार्रवाई की है। शीतलकूची कांड पर विवादस्पद बयान के लिए भाजपा नेता राहुल सिन्हा के चुनाव प्रचार करने पर 48 घंटे की रोक लगा दी गई है जबकि बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को नोटिस भेजकर बुधवार सुबह तक जवाब देने को कहा गया है।

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को ममता को 'बेगम कहकर संबोधित करने वाले बयान के लिए आयोग से चेतावनी मिली है। गौरतलब है कि ममता पर कार्रवाई के बाद तृणमूल कांग्रेस ने आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा था कि भड़काऊ भाषणों को लेकर शिकायतों के बावजूद भाजपा नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। सियासी विश्लेषक आयोग के इस कदम को 'बैलेंसिंग एक्ट के तौर पर देख रहे हैं। ममता के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक लगाई गई थी जबकि राहुल सिन्हा 48 घंटे प्रचार नहीं कर पाएंगे। 

क्या कहा था राहुल सिन्हा ने? : शीतलकूची में चार नहीं, आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए

उत्तर 24 परगना जिले की हबरा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी राहुल सिन्हा ने एक चुनावी सभा में कहा था कि शीतलकूची में चार नहीं, आठ लोगों की गोली मारकर हत्या की जानी चाहिए थी। तृणमूल कांग्रेस ने इसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की थी। आयोग ने राहुल सिन्हा के बयान की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए उन्हें चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते वक्त वे सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। 

कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती और चुनाव प्रक्रिया पर हो सकता प्रतिकूल असर 

दूसरी तरफ आयोग ने बंगाल भाजपा अध्यक्ष को नोटिस भेजकर शीतलकूची पर विवादस्पद बयान पर बुधवार सुबह 10 बजे तक जवाब देने को कहा है। दिलीप घोष ने कहा था कि शीतलकूची जैसी घटनाएं और भी जगहों पर होंगी। आयोग ने कहा कि दिलीप घोष का बयान भड़काने वाला है। यह भावनाओं को गंभीर रूप से उत्तेजित कर सकता है, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है और चुनाव प्रक्रिया पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। 

ममता को 'बेगम कहकर 'मिनी पाकिस्तान के पक्ष में मतदान की अपील की सुवेंदु ने

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी को हालांकि आयोग ने उनके सांप्रदायिक बयान के लिए इस बार चेतावनी देकर छोड़ दिया है। सुवेंदु ने मुख्यमंत्री ममता बनजी को 'बेगम कहकर संबोधित किया था। साथ में यह भी कहा था कि उनके प्रतिद्वंद्वी के पक्ष में मतदान करने के मतलब 'मिनी पाकिस्तान के पक्ष में मतदान करना होगा। सुवेंदु ने कमल चिन्ह में वोट देने की अपील करते हुए कहा था कि कमल का हिंदू देवी-देवता प्रयोग करते हैं। 

शेष तीन चरणों के चुनाव से पहले भी कम की जा सकती है चुनाव प्रचार की समयावधि 

आयोग बंगाल विधानसभा चुनाव के शेष तीन चरणों में भी चुनाव प्रचार की समयावधि कम करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पांचवें चरण की वस्तुस्थिति का मूल्यांकन करने के बाद इसपर निर्णय लिया जा सकता है। गौरतलब है कि पांचवें चरण में चुनाव प्रचार मतदान से 72 घंटे पहले बंद करने का निर्णय लिया गया था।

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